साइबर पुलिस ने कारोबारियों से 15 करोड़ ठगने वाले दो विदेशी नागरिको को गिरफ्तार किया
आरोपी फर्जी वेबसाइट बनाकर व्यापारियों को सस्ता माल देने का झांसा देकर जाल में फंसाते थे
नोएडा: साइबर पुलिस ने कारोबारियों से ठगी के मामले में ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-17 स्थित सुपरटेक अपकंट्री से दो विदेशी नागरिकों को पकड़ा. आरोपित अफ्रीकी मूल के कैमरून देश के निवासी हैं. आरोपी फर्जी वेबसाइट बनाकर व्यापारियों को सस्ता माल देने का झांसा देकर जाल में फंसाते थे.
पुलिस का दावा है कि आरोपित करीब 15 करोड़ की ठगी कर चुके हैं. उनके खातों में पिछले 15 दिन में 50 लाख से अधिक का लेनदेन हुआ है. आगरा के एसीपी हरीपर्वत आदित्य ने बताया कि नौ फरवरी 2024 को फतेहाबाद के राजीव पालीवाल ने साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया. बताया कि वह एग्रीकल्चर प्रोडक्ट और खाद, उर्वरक के व्यापारी हैं. उन्हें कारोबार के लिए जूट बैग (बोरों) की जरूरत थी.
गूगल पर सर्च करने पर उन्हें भीमराज इंडस्ट्रीज के नाम से रजिस्टर्ड वेबसाइट मिली. जो नागालैंड के पते पर रजिस्टर्ड थी. उसमें ईमेल आईडी, जीएसटी नंबर आदि पड़ा हुआ था. दिए नंबर पर संपर्क किया. वार्ता शुरू हुई. उन्होंने 3.80 लाख बोरों का ऑर्डर दिया. इसकी कीमत 4.52 लाख रुपये थी. आरोपियों ने उनसे ट्रांसपोर्ट का भाड़ा और अन्य शुल्क के रूप में 2.26 लाख रुपये और लिए. 96900 रुपये यह बताकर लिए यह रकम वापस की जाती है. उन्हें एक ट्रक नंबर दिया. उसे ट्रैक किया. जब माल नहीं आया तो पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है. पीड़ित ने मुकदमा लिखाया. साइबर ठगों ने सस्ते बोरे दिलाने का झांसा देकर उनसे करीब 8 लाख रुपये ठगे थे. साइबर थाना पुलिस ने जांच शुरू की. साक्ष्य संकलन के बाद ग्रेटर नोएडा में दबिश दी और आरोपी अकुम्बे बोमा और माइकिल बूनेवा को पकड़ा.
यूएन से रिफ्यूजी कार्ड मिला है दोनों आरोपियों को यूएन से रिफ्यूजी कार्ड मिला हुआ है. माइकिल बूनेवा करीब तीन साल पहले और अकुम्बे बोमा छह माह पहले भारत आया था. आरोपियों ने अपने कई साथियों के नाम और अपराध का तरीका बताया है. उनके साथियों के खिलाफ साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं. आरोपित छात्र बनकर रह रहे थे. अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया था. साइबर ठगी कर रहे थे.