जनता से रिश्ता वेबडेस्क : मनोकामना पूर्ण करने को भाजपा फिर भगवान कामतानाथ की शरण में है। इसे विश्वास कहें या टोटका मगर पार्टी पुराना प्रयोग दोहरा रही है। असल में कामतानाथजी नौ साल पहले भी भगवा खेमे को इच्छा पूर्ति का आशीर्वाद दे चुके हैं। तब बुंदेलखंड की इसी धरती पर लिए गए संकल्प से भाजपा का वनवास खत्म हुआ था। इस बार कामना केंद्र में हैट्रिक बनाने की है।दरअसल वर्ष 2013 में चित्रकूट में ही पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में केंद्र की सत्ता में वापसी का संकल्प लिया गया था। भाजपा को 2014 के लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत मिली। पार्टी और सहयोगी दल ने मिलकर 73 सीटें जीत ली थीं। अब इच्छा 2024 जीतने की है। सो रूपरेखा तय करने को फिर इसी धरती को चुना गया है। इस बार 75 पार का लक्ष्य तय कर भाजपा चित्रकूट में तीन दिनी मंथन में लगी है।