आज बेणेश्वर धाम पहुंचेंगे राहुल गांधी, डूंगरपुर को 132 करोड़ के पुल की देंगे सौगात

राजस्थान के उदयपुर में 3 दिन के कांग्रेस चिंतन शिविर का रविवार को समापन हो गया जिसके बाद कांग्रेस नेताओं की तरफ से भारत जोड़ो नारा देने के साथ ही जोरदार वापसी का आह्वान किया गया.

Update: 2022-05-16 05:35 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान के उदयपुर में 3 दिन के कांग्रेस चिंतन शिविर का रविवार को समापन हो गया जिसके बाद कांग्रेस नेताओं की तरफ से भारत जोड़ो नारा देने के साथ ही जोरदार वापसी का आह्वान किया गया. वहीं शिविर के बाद जहां अधिकांश कांग्रेसी नेता उदयपुर से निकल गए वहीं राहुल गांधी (rahul gandhi) आज 16 मई को डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम (beneshwar dham ) पर पुल निर्माण का शिलान्यास करेंगे जिस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहेंगे. राहुल गांधी और मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर बेणेश्वर धाम पर हफ्ते भर से प्रशासन की ओर से तैयारियां करवाई जा रही है. राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (cm ashok gehlot) 16 मई को सुबह 11 बजे विशेष हेलीकॉप्टर से बेणेश्वर धाम पहुंचेगे. वहीं राहुल गांधी बेणेश्वर धाम पर हरी मंदिर में दर्शन के बाद महंत अच्युतानंद महाराज से धाम को लेकर भी बातचीत करेंगे. गुजरात चुनावों को देखते हुए राहुल गांधी का बेणेश्वर धाम दौरा अहम माना जा रहा है.

बता दें कि राहुल गांधी सोमवार को बेणेश्वर धाम में 132 करोड़ की लागत से बने पुल का शिलान्यास करेंगे. इसके बाद बेणेश्वर धाम के पुल की दूसरी ओर बांसवाड़ा जिले में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. कांग्रेस ने सभा में डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, उदयपुर, समेत एमपी, गुजरात के लोगों को बुलाया है.
आदिवासी वोट बैंक पर कांग्रेस की नजर !
राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आदिवासी अंचल के इस दौरे को लेकर विशेष पंडाल तैयार किया गया है जहां एक लाख से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था का गई है. वहीं राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव और गुजरात में इस साल आखिर में होने वाले चुनावों को देखते हुए राहुल गांधी के इस दौरे के कई मायने निकाले जा रहे हैं. माना जा रहा है कि राहुल सभा के जरिए राजस्थान के आदिवासी क्षेत्र में परंपरागत वोट बैंक को साधने का प्रयास करेंगे.
वहीं गहलोत सरकार ने बेणेश्वर धाम पर आदिवासी इलाके की लंबी मांग को ध्यान में रखते हुए 132 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण करवाया है जिसकी लंबाई 1387 मीटर होगी, वहीं पुल की चौड़ाई 13 मीटर है जो 36 खंभों पर खड़ा किया गया है.
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आदिवासियों की आस्था का केंद्र बेणेश्वर धाम
गौरतलब है कि डूंगरपुर शहर से 80 किमी और उदयपुर संभाग मुख्यालय से 180 किमी दूर बेणेश्वर धाम स्थित है जो सोम, माही और जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम टापू पर है. माना जाता है कि हजारों साल पहले संत मावजी महाराज ने इस धाम पर तपस्या करते हुए आदिवासियों और वागड़ में धर्म की स्थापना की थी जिसके बाद यह धाम आदिवासियों के आस्था का केंद्र बन गया.
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