क्रिप्टो करंसी का ऐसा बिछाया जाल, चंद वर्षों में निवेशकों का आंकड़ा पहुंच गया 50 हजार

Update: 2023-10-09 09:12 GMT
शिमला। हिमाचल में शातिर आरोपियों ने क्रिप्टो करंसी का ऐसा जाल बिछाया कि वे चंद वर्षों में ही मालामाल हो गए। आरोपियों ने पूरी रणनीति के साथ नेताओं से लेकर अधिकारियों, कर्मचारियों, किसानों व बागवानों को क्रिप्टो करंसी के जाल में फंसाया और देखते ही देखते निवेशकों का आंकड़ा करीब 50000 तक पहुंच गया। प्रदेश के साथ ही विभिन्न बाहरी राज्यों तक आरोपियों ने अपने इस अवैध कारोबार को फैलाया। ऐसे में एसआईटी की टीमें विभिन्न स्थानों पर सक्रिय हैं और आरोपियों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य जुटाने में जुटी हुई हैं। सूत्र बताते हैं कि पुलिस रिमांड पर चल रहे दोनों आरोपियों हेमराज और सुखदेव ने पूछताछ के दौरान कई खुलासे किए हैं। सूचना के अनुसार इस मामले में संलिप्त अधिकतर आरोपी पहले भी मल्टी लेवल मार्कीटिंग से जुड़े रहे हैं। ऐसे में उन्हें मालूम था कि किस तरह से लालच देकर लोगों से क्रिप्टो करंसी के इस खेल में निवेश करवाना है।
इसके तहत आरोपियों ने सबसे पहले नामचीन लोगों को अपने जाल में फंसाया और उसके बाद उनके सहयोग से आगे चेन का विस्तार करते गए। जैसे-जैसे निवेशकों की संख्या बढ़ती गई है तो आरोपियों का लाइफ स्टाइल भी बदलता गया। विदेशी टूअर के साथ-साथ बड़े-बड़े होटलों में बैठकें होने लगीं और सुनियोजित तरीके से अधिक से अधिक लोगों को चेन में शामिल करने के लिए एजैंट रखा गया। क्रिप्टो करंसी घोटाले में संलिप्त आरोपियों की कई संपत्तियों का एसआईटी ने पता लगाया है। सामने आया है कि घोटाले का अंजाम देकर हिमाचल, पंजाब व हरियाणा के साथ ही अन्य स्थानों पर कई संपत्तियों को खरीदा गया। कुछ वाहनों को भी एसआईटी ने जब्त किया है। इसके साथ ही बीते दिन एक साथ 35 स्थानों पर दबिश देकर जो दस्तावेज व अन्य रिकाॅर्ड कब्जे में लिया गया, उनकी पड़ताल भी शुरू कर दी गई है। जब्त मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों को एसआईटी जांच के लिए फोरैंसिक लैब भेजेगी। सूत्रों की मानें तो इस मामले में जल्द ही कुछ गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
Tags:    

Similar News

-->