Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश के विकास में डॉ. मनमोहन सिंह के महत्वपूर्ण योगदान को स्वीकार करते हुए मंत्रिमंडल ने आज पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी गई तथा उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया। मंत्रिमंडल ने हिमाचल के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं स्वीकृत करने तथा पहाड़ी राज्य के विकास और विशिष्ट आवश्यकताओं के लिए उनके अटूट समर्थन का श्रेय उन्हें दिया। मंत्रिमंडल ने यहां के निकट फेयरलॉन्स में हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) का नाम बदलकर डॉ. मनमोहन सिंह हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान रखने को मंजूरी दी।
मंत्रिमंडल ने हिमाचल में रोहतांग अटल सुरंग, तीन मेडिकल कॉलेज, नैर चौक में ईएसआईसी अस्पताल, आईआईटी, मंडी, आईआईआईटी, ऊना, कांगड़ा केंद्रीय विश्वविद्यालय तथा कांगड़ा में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) जैसी प्रमुख परियोजनाओं के लिए दिवंगत प्रधानमंत्री के समर्थन का विशेष रूप से उल्लेख किया। मंत्रिमंडल ने कहा कि प्रधानमंत्री तथा केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह का कार्यकाल परिवर्तनकारी रहा। सूचना का अधिकार अधिनियम, शिक्षा का अधिकार अधिनियम, मनरेगा, खाद्य सुरक्षा अधिनियम, आधार कार्ड की शुरूआत, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) और 72 लाख किसानों के लिए ऐतिहासिक ऋण माफी जैसी उनकी पहलों को उनके 10 साल के कार्यकाल के मील के पत्थर के रूप में रेखांकित किया गया। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मंत्रिमंडल ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान भारत-अमेरिका परमाणु समझौते को भारत के लिए स्थायी लाभ के साथ एक रणनीतिक उपलब्धि के रूप में सराहा गया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में, उन्होंने देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने और आर्थिक सुधारों की मजबूत नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने भारत के वित्तीय परिदृश्य को नया रूप दिया।