नौतपा का अलर्ट, अति आवश्यक काम होने पर निकले घर से

छग

Update: 2024-05-24 10:44 GMT

महासमुंद। पिछले दो दिनों से गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है। शनिवार से नवतपा शुरू है। हालांकि कुछ हाल ही में हुई बेमौसम बारिश से लोगों को थोड़ी राहत अवश्य मिली है। लेकिन ये राहत ज्यादा समय के लिए नहीं रहा। इस बार कल 25 मई से शुरू हो जाएगा। इन 9 दिनों की अवधि में सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी। इस कारण सूर्यदेव की तपिश काफी ज्यादा महसूस होगी। सूर्य 25 मई को 3.15 बजे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इसके बाद नौ दिन का नौतपा रहेगा। इसके साथ ही सूर्य देव 8 जून को 1.04 बजे तक रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे। इसी दिन सूर्य देव मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे और 15 जून को वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे।

मालूम हो कि जेठ मास की ग्रीष्म ऋतु नौतपा तक को अधिक गर्मी का संकेत माना जाता है। नौतपा शुक्ल पक्ष में आद्र्रा नक्षत्र से 9 नक्षत्रों तक यानी 9 दिनों तक रहता है। यह आवश्यक नहीं है कि नौतपा में अधिक गर्मी हो। आद्र्रा के 9 नक्षत्रों तक जो सबसे अधिक गर्मी प्राप्त करता है, बाद में सूर्य उस नक्षत्र में 15 दिनों तक रहता है और अच्छी वर्षा होती है। नौतपा की शुरुआत भी रोहिणी नक्षत्र से होगी।

हर साल नौतपा में तेज हवा के साथ बवंडर और बारिश की संभावना रहती है। बीते कुछ सालों से नौतपा में बारिश होती रही है। खगोल विज्ञान के अनुसार इस दौरान धरती पर सूर्य की किरणे सीधे लंबी पड़ती है। इस कारण तापमान अधिक बढ़ जाता है। यदि क्षेत्र नौतपा के सभी दिन पूरे रहे तो यह अच्छी बारिश का संकेत होता है। नगर पंडित पंकज तिवारी के ज्योतिष गणना के मुताबिक इस साल शनि की वक्री चाल के चलते नौतपा खूब तपेगा।

उन्होंने बताया कि सूर्य का नौ दिनों तक अपने सबसे अधिक ताप में होना है। यानि इस दौरान गंर्मी अपने चरम पर होती है। चंद्र देव रोहिणी नक्षत्र के स्वामी है, जो शीतलता का कारक है। परंतु इस समय में ये सूर्य के प्रभाव में आ जाते हैं। जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 15 दिनों के लिए आता है। इन पंद्रह दिनों के पहले नौ दिन सबसे अधिक गर्मी वाले होते हैं। इन्हीं शुरुआती नौ दिनों को नौतपा के नाम से जाना जाता है। इसके बाद पंचक लगता है जो पांच दिनों का होता है।

Tags:    

Similar News

-->