CG NEWS: धार्मिक संगठनों को बदनाम करने की साजिश

Update: 2024-06-23 05:49 GMT

Arang Mob-Lynching आरंग माब-लिंचिंग मामले में पहली गिरफ्तारी, एक्शन में एसआईटी

गौ तस्करी के आरोप में 3 हत्या करने वाली भीड़ में शामिल था युवक

रायपुर raipur news। गौ तस्करी के शक में महानदी पुल पर हुई हत्याओं को लेकर शुक्रवार को मुस्लिम समाज Muslim Brotherhood के प्रदर्शन और अल्टीमेटम के बाद पुलिस सक्रिय हुई। इस कांड के 15 दिनों बाद एक आरोपी हर्ष मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में दर्जनों गौ रक्षकों की भीड़ ने हमला किया था। हर्ष को दुर्ग के बोरसी से गिरफ्तार किया गया। 7 जून की रात्रि मृतक चांद मियां पिता नौशाद खान उम्र 23 साल निवासी ग्राम लखनौती थाना गंगो सहारनपुर उ0प्र0 अपने साथी सद्दाम खान एवं गुड्डू खान के साथ ट्रक सी जी/07/सी जी/3929 में सवार होकर ट्रक में मवेशी भरकर तीनों महासमुंद से आरंग रोड तरफ रांग साईड वाले रास्ते से जा रहे थे। इस दौरान कुछ लोग अपने वाहन से ट्रक का पीछा कर रहे थे। जिससे चांद मिया की मृत्यु हो गई तथा गुडडू खान व सद्दाम खान को गंभीर अवस्था में उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया था, कि उपचार के दौरान गुडडू खान की उसी दिन और घायल सद्दाम खान 17 जून को दम तोड़ दिया था। इस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना आरंग में अपराध दर्ज किया गया था। और एसआईटी गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की।

Special Teams विशेष टीम का दावा है कि आरोपियों को चिन्हित किया गया है,जिनकी तलाश की जा रही है। इनमें से एक आरोपी हर्ष मिश्रा को पकड़ा गया। हर्ष मिश्रा पिता सुदेश मिश्रा 23 साल निवासी बैजनाथ पारा आर्य समाज मंदिर के पास थाना सिटी कोतवाली निवासी है। वह सद्दाम खान की मौत के बाद पकड़े जाने के डर से दुर्ग बोरसी स्थित अपने एक महिला मित्र के घर जाकर कमरे में बाहर से ताला लगाकर छिपा था, जिसे एसआईटी ने गिरफ्तार कर धारा 304, 308, 34 भादवि.के तहत ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेजा। प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।

chhattisgarh news मॉब्लिंचिंग को लेकर सामाजिक और धार्मिक संगठनों में आशंका जताई जा रही है कि तथाकथित लुटेरे और अपराधी तत्व धार्मिक संगठनों को बदनाम करने की नीयत से जानबूझ कर इस तरह घटनाओं को अंजाम दे रहे हंै ताकि सरकार की किरकिरी हो । कई धार्मिक संगठनों ने मांग की कि मॉब्लिचिंग के मामले में सरकार को गंभीरता से जांच करनी चाहिए ताकि धार्मिक संगठनों को बदनाम करने वालों को भंडाफोड़ हो सके। पिछले कुछ दिनों से इस तरह की घटनाओं के बढऩे के पीछे पुलिस अंतिम कड़ी तक नहीं पहुंच पाई जो मॉब्लिचिंग के सूत्रधार है। यह सीधा -साधे प्रदेश की शांत छवि को राष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने की साजिश को हिस्सा हो सकता है। इस घटना के बाद बीते दिनों मुस्लिम समाज ने विरोध प्रदर्शन साफ किया कि प्रदेश में अग्निकांड सहित कई ऐसी घटनाएं है जो एक वर्ग विशेष को बदनाम करने की नीयत से साजिश रचि जाती है। ताकि धर्म के नाम पर लोग आपस में उलझे और वो तथाकथित स्वयं-भू नेता जो धर्म के नाम पर रोटी सेंकते है उनकी दुकान बराबर चलता रहे। पुलिस को भी बिना दबाव के कामकाज करना चाहिए । राजनीतिक दलों के संरक्षित नेताओं की कुंडली निकाले और उनके ताजा नेटवर्क, गतिविधियों पर सख्त नजर रखे ताकि भविष्य में कोई बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे सके। यह भी जांच करना चाहिए कि आरंग घटना के पीछे असामाजिक तत्व धार्मिक संस्थाओं के नाम पर अपना उल्लू तो सीधा नहीं कर रहे है।

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