रोहतास न्यूज़: शहर में पिछले दिनों एक धार्मिक जुलूस के बाद कई मोहल्लों में उपद्रव हुए थे. इसके बाद से पुलिस-प्रशासन उपद्रवियों से निपटने के लिए हर कदम उठा रही है. अनुमंडल प्रशासन भी उपद्रवियों से कठोरता से पेश आ रही है. इसके लिए जिला प्रशासन के निर्देश पर अनुमंडल प्रशासन ने अब तक करीब 200 लोगों के विरूद्ध निषेधाज्ञा की कार्रवाई की है. इसके तहत अनुमंडल प्रशासन द्वारा कई लोगों को नोटिस भेजी जा रही है. कई लोगों से शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए बॉण्ड भी भरवाया जा रहा है. वहीं कई लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है. बताया जाता है कि विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन हर संभव कदम उठा रही है. इसी के तहत कई लोगों को चिन्हित कर प्राथमिकी दर्ज करायी गई है. वहीं विधि व्यवस्था को ले अनुमंडल प्रशासन धारा 107 के तहत कार्रवाई कर रही है. अभी और लोगों को नोटिस जारी की जाएगी. वहीं सिविल कोर्ट व अनुमंडल की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. प्रतिदिन कथित उपद्रवियों की पेशी हो रही है.
अब तक चार प्राथमिकी, 50 भेजे गए जेल सासाराम में धार्मिक जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच हुए उपद्रव में अब तक नगर थाने में चार प्राथमिकी दर्ज करायी गई है, जिसमें करीब 50 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. वहीं अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. इसके लिए तीन अन्य जिलों की पुलिस से सहयोग लिया जा रहा है.
पूर्व के नामजद भी घर छोड़कर रह रहे दूसरी जगह:
पूर्व के मामले में नामजद कई लोग घर छोड़कर दूसरे जगहों पर शरण लिए हैं. उन्हें इस बात की चिंता है कि पिछले कुछ उपद्रव में उनका नाम आ गया था. ऐसे में पुलिस उन्हें संदेह के आधार पर उठा सकती है. ऐसे में दूर रहने में ही भलाई है. वर्ना पुलिस गिरफ्त में आने पर उन्हें महीनों जेल में बीताना पड़ सकता है. नाम नहीं छापने के शर्त पर एक दुकानदार ने बताया कि पुलवामा में शहीद जवानों के समर्थन में जुलूस निकला था. लेकिन, तब उनका नाम किसी तरह पुलिस रिकार्ड में आ गया था. वे भीड़ के हिस्सा भी नहीं थे. इसलिए दुकान बंद कर वे दूसरी जगह पर रहने को मजबूर हैं. हालांकि पुलिस-प्रशासन का मानना है कि ऐसा नहीं है. दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है.