कोरोना मरीज इस बार होम आइसोलेशन को दे रहे तरजीह, अब तक मिले 1385 में से 49 ही अस्‍पतालों में भर्ती

बिहार में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है किंतु इस बार संक्रमित मरीज अस्पताल की जगह होम आइसोलेशन में रहना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

Update: 2022-01-04 04:04 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है किंतु इस बार संक्रमित मरीज अस्पताल की जगह होम आइसोलेशन में रहना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। राज्य में मंगलवार तक कोरोना के 1385 सक्रिय मरीज हो गए हैं। मगर इनमें मात्र 49 ही अस्पतालों में भर्ती हैं।

स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में वर्तमान में 1336 मरीज अपने-अपने घरों में होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं। एक दिन पूर्व तक राज्य में 1074 सक्रिय मरीज थे और इनमें से 28 ही अस्पतालों में भर्ती थे। संक्रमण के बाद बुखार, गले में खराश व सर्दी जैसी समस्याओं से अधिकतर संक्रमित परेशान हैं। बिहार में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 25 हजार 178 बेड अस्पतालों में तैयार हैं। इनमें 25 हजार 129 बेड अभी खाली हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार कोविड केयर सेंटर (सीसीसी) से लेकर डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल (डीसीएच) और प्राइवेट क्षेत्र के अस्पतालों में भी संक्रमितों के लिए बेड तैयार हैं।
सबसे अधिक सीसीसी में 10,535 बेड उपलब्ध
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सीसीसी में सबसे अधिक 10,535 बेड उपलब्ध हैं। हालांकि सीसीसी में मात्र दो संक्रमित भर्ती हैं। वहीं, डीसीएच में 3574 बेड हैं जहां 28 संक्रमित भर्ती हैं। डीसीएचसी में 6717 बेड हैं जहां 17 तो प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध 4353 बेडों में सिर्फ दो मरीज इलाजरत हैं। गौर हो कि बिहार में 30 दिसंबर को मिला ओमीक्रोन का पहला मरीज इलाज के बाद निगेटिव हो चुका है।
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