yoga: कमजोर याददाश्त को तेज कर सकते हैं ये 3 योगासन

Update: 2024-08-27 00:45 GMT
yoga: उम्र के साथ शरीर ही नहीं बल्कि मस्तिष्क भी बूढ़ा होने लगता है। लेकिन चिंता की बात तब महसूस होने लगती है, जब कम उम्र में ही बच्चे और युवा चीजें रखकर भूलने या फिर पढ़ाई में अच्छी तरह फोकस ना कर पाने जैसी शिकायतें करने लगते है। जी हां, आजकल कई पेरेंट्स बच्चों की याददाश्त कमजोर होने की शिकायत करते हैं। उनकी शिकायत रहती है कि बच्चों का ध्यान पढ़ाई में बिल्कुल नहीं लगता या फिर वो याद किया हुआ पाठ जल्दी भूल जाते हैं। अगर आपकी भी अपने बच्चे से यही शिकायत है तो उसके रूटिन में ये 3 योगासन जरूर शामिल करें।
शवासन Shavasana-
कई बार टेंशन या परेशानी की वजह से भी दिमाग शांत नहीं रह पाता है। जिसकी वजह से दिमागी सेहत खराब होने लगती है। ऐसे में दिमाग को रिलैक्स करने के लिए आप शवासन की मदद ले सकते हैं। शवासन करने के लिए सबसे पहले एक योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। ऐसा करते हुए अपने हाथ और पैरों को बराबर में रखकर रिलैक्स छोड़कर गहरी और लंबी सांस लें।
पद्मासन योग Padmasana Yoga
पद्मासन को कमल मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है। यह योग मांसपेशियों के तनाव को कम करके मन को शांति प्रदान करने में मदद कर सकता है। इस योगा का अभ्यास करने से दिमाग तेज होने के साथ मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में भी सुधार हो सकता है। पद्मासन योग करने के लिए सबसे पहले एक शांत जगह पर बैठकर अपने दाहिने घुटने को मोड़कर उसे बाएं जांघ के ऊपर रखें। इस स्थिति में आपके दाहिने पैर का तलवा ऊपर की और होना चाहिए और एड़ी पेट के पास होनी चाहिए। इसी तरह बाएं पैर को मोड़कर दाएं जांघ के ऊपर रखें। ऐसा करते हुए आपके दोनों पैरों में क्रॉस बनना चाहिए। अब अपने दोनों हाथों को घुटनों पर ध्यान की मुद्रा में रखते हुए गहरी और लंबी सांस लें। ऐसा करते हुए अपना पूरा ध्यान सांसों पर रखें। ऐसा करने से आपको बाहरी तनाव और चिंता महसूस नहीं होगी।
पश्चिमोत्तानासन Paschimottanasana
पश्चिमोत्तानासन करने के लिए पैरों को फैलाकर बैठें और शरीर को आगे की ओर झुकाएं। इस आसान को करते समय आगे की तरफ झुकने से दिमाग में ब्लड का सुर्कलेशन बढ़ता है। जिससे दिमाग शांत रहने के साथ मेंटल हेल्थ अच्छी बनी रहती है। पश्चिमोत्तानासन रने के लिए जमीन पर दोनों पैरों को एकदम सीधे फैलाकर बैठ जाएं। ऐसा करते हुए अपने दोनों पैरों को जितना संभव हो सीधा रखते हुए दोनों पैरों के बीच दूरी न रखें। अब गर्दन, सिर और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हुए अपनी दोनों हथेलियों को दोनों घुटनों पर रखें। अब अपने सिर और धड़ को आगे की ओर झुकाएं और अपने घुटनों को बिना मोड़े हाथों की उंगलियों से पैरों की उंगलियों को छूने की कोशिश करें। ऐसा करते हुए गहरी सांस लें और छोड़ें। अपने सिर से दोनों घुटनों को और कोहनी से जमीन को छूने की कोशिश करें। फिर सामान्य मुद्रा में आकर रिलेक्स होकर सांस लें। इस आसन को 3 से 4 बार दोहराएं।
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