उंगलियां चटकाने पर क्यों आती है आवाज

शरीर में मौजूद हमारे जोड़ों में एक प्रकार का फ्लूइड (Flued) पाया जाता है।

Update: 2023-02-26 17:55 GMT

आपने अपने आसपास ऐसे कई लोगों को देखा होगा, जिन्हें उंगलियां चटकाने की आदत होती है। ऐसे लोग अक्सर अपनी उंगलियों को चटकाते रहते हैं। दरअसल, ऐसा करने से कई लोगों को आराम महसूस होता है। वहीं, कुछ ऐसे भी होते हैं, जिन्हें उंगलिया चटकने से आने वाली आवाज काफी पसंद होती है। ऐसे में वह इस आवाज को सुनने के लिए बार-बार ऐसा करते रहते हैं। ज्यादातर लोगों का ऐसा मानना है कि उंगलियों को चटकाना एक आम प्रक्रिया है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आपने अक्सर देखा होगा कि घर पर ऐसा करने पर बड़े-बुजुर्ग इसे न करने की सलाह देते हैं। हालांकि, जब इसकी वजह पूछी जाती है, तो शायद ही कोई जवाब दे पाए।

लोग अक्सर खाली समय में या फिर घबराहट होने पर उंगलियां चटकाने लगते हैं। कई बार बड़ों को ऐसा करते देख छोटे बच्चे भी इसे करने की कोशिश करते हैं। कई लोगों का मानना है कि उंगलियों को चटकाने अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है। वहीं, कुछ लोगों का ऐसा भी मानना है कि ऐसा करने से उंगलिया मोटी हो जाती है। लेकिन उंगलियां चटकाना अच्छा या बुरा और उंगलियां चटकाने पर आवाज क्यों आती है, इन सबका जवाब जानने के लिए इसके पीछे की वैज्ञानिक वजह के बारे में भी जानना होगा। तो चलिए जानते हैं उंगलियां चटकाने से जुड़ी जरूरी बातें-
उंगलियां चटकाने पर क्यों आती है आवाज
शरीर में मौजूद हमारे जोड़ों में एक प्रकार का फ्लूइड (Flued) पाया जाता है। जोड़ों में मौजूद इन फ्लूइड के बीच गैस भरी रहती है। ऐसे में जब भी हम उंगलियां चटकाते हैं, तो इन जोड़ों के बीच मौजूद गैस यानी कार्बन डाइ ऑक्साइड के बुलबुले फूटने लगते हैं और इससे गैस निकलती है। उंगलियों के चटकने पर इसी गैस के रिलीज होने की आवाज सुनाई देती है। उंगलियों को चटकाने से मांसपेशियों को आराम मिलता है। लेकिन ऐसा ज्यादा करने से न सिर्फ दर्द की समस्या बढ़ सकती है, बल्कि आपकी उंगलियों में सूजन और जोड़ों पर डार्क निशान भी पड़ सकते हैं।
क्या उंगलिया चटकाने से होता है अर्थराइटिस
कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि उंगलिया चटकाने से अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। दरअसल, इसे लेकर कई तरह की स्टडीज की गई हैं। इस सिलसिले में रिसर्चर डोनाल्ड उंगर ने 60 सालों तक अपने एक हाथ की उंगलियां चटकाईं और एक हाथ की नहीं। दरअसल, ऐसा करने के पीछे उनका मकसद यह जानना था कि इससे अर्थराइटिस होता है या नहीं। लेकिन 60 साल तक ऐसा करने के बाद नतीजा यह निकला कि उंगलियां चटकाने का अर्थराइटिस से कोई संबंध नहीं है।
Tags:    

Similar News

-->