कुछ लोगों में क्यों बढ़ जाती है जांघ पर चर्बी, जानिए कारण

शरीर में अतिरिक्त चर्बी का बढ़ना न सिर्फ आपके लुक को खराब कर देता है, साथ ही सेहत के लिए भी इसे कई प्रकार से चुनौतीपूर्ण स्थिति माना जाता है।

Update: 2022-06-14 14:27 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शरीर में अतिरिक्त चर्बी का बढ़ना न सिर्फ आपके लुक को खराब कर देता है, साथ ही सेहत के लिए भी इसे कई प्रकार से चुनौतीपूर्ण स्थिति माना जाता है। कुछ लोगों को पेट और कमर जबकि कुछ लोगों को जांघों पर अतिरिक्त फैट बढ़ने की समस्या हो सकती है। चर्बी बढ़ने की समस्या के लिए वैसे तो आहार में गड़बड़ी और जीवनशैली की निष्क्रियता को प्रमुख कारक के तौर पर देखा जाता है, पर जांघों की चर्बी बढ़ने के लिए विशेषज्ञ कुछ विशेष प्रकार के हार्मोन्स को जिम्मेदार मानते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि जांघों पर अतिरिक्त फैट की समस्या महिलाओं में अधिक देखी जाती है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जांघों के अतिरिक्त फैट के लिए एस्ट्रोजन हार्मोन्स को प्रमुख कारक के तौर पर देखा जाता है। यह हार्मोन महिलाओं में वसा कोशिकाओं में वृद्धि को प्रेरित करता है, जिससे नितंबों और जांघों के आसपास फैट बढ़ने लगता है। हालांकि इस तरह की समस्या पुरुषों में भी देखी जा सकती है। इससे बचाव के लिए सभी लोगों को स्वस्थ और पौष्टिक आहार के साथ नियमित व्यायाम और जीवनशैली की सक्रियता पर ध्यान देना चाहिए। आइए जानते हैं कि घर पर ही आसानी से किन उपायों के माध्यम से जांघों के फैट को कम किया जा सकता है?
जांघों को लक्षित करने वाले व्यायाम करें
शरीर में अतिरिक्त फैट बढ़ने के लिए मुख्यरूप से शारीरिक निष्क्रियता को प्रमुख कारक के तौर पर देखा जाता है। ऐसे में यदि आप जांघों पर फैट बढ़ने की समस्या से परेशान हैं तो दिनचर्या में उन व्यायाम और योगासनों को जरूर शामिल करें जो जांघ की मांसपेशियों को लक्षित करते हैं। सूमो स्क्वैट्स, साइकिलिंग, रनिंग और स्विमिंग जैसे अभ्यास जांघों की मांसपेशियों को लक्षित करके अतिरिक्त फैट के बर्न करने में मदद करते हैं।
नमक की मात्रा को करें कम
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नमक और चीनी का संतुलित मात्रा में सेवन करना आवश्यक होता है। अधिक मात्रा में नमक का सेवन न सिर्फ ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है साथ ही इसे शरीर में अतिरिक्त फैट के निर्माण के लिए भी जिम्मेदार माना जाता है। अधिक नमक वाली चीजों का सेवन बच्चों और वयस्कों दोनों में शरीर में वसा के स्तर को बढ़ा देता है। भोजन में नमक की मात्रा को कम करने से शरीर से अतिरिक्त फैट को बनने से रोकने में मदद मिलती है।
इलेक्ट्रोलाइट्स पर दें ध्यान
सभी लोगों को नियमित रूप से इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा पर विशेष ध्यान देते रहने की सलाह दी जाती है। इलेक्ट्रोलाइट्स का अर्थ है कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे तत्व। केला, दही और हरी पत्तेदार सब्जियां विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होती हैं। इनका नियमित रूप से सेवन अवश्य सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इन पोषक तत्वों की शरीर में सही मात्रा, शरीर को स्वस्थ और फिट बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
आहार में पौष्टिकता का रखें ध्यान
शरीर से फैट कम करने के लिए भोजन छोड़ने को विशेषज्ञ सही विकल्प नहीं मानते हैं। इसकी जगह सही मात्रा में पौष्टिक चीजों के सेवन पर ध्यान देना आवश्यक माना जाता है। अतिरिक्त फैट को कम करने के लिए प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार का सेवन करें। यह वजन घटाने और शरीर को फिट बनाए रखने में विशेष मददगार माना जाता है। प्रोटीन और फाइबर आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ रखने में मदद करते हैं इससे अतिरिक्त खाने की इच्छा नहीं होती।
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