भारतीय खाने में चावल का विशेष महत्व बताया गया है। हालांकि अलग अलग प्रांतों में अलग अलग व्यंजन का रिवाज है। लिहाजा कुछ राज्यों में लोग रोटी खाना पसंद करते हैं तो वहीं कुछ राज्यों में चावल के बिना थाली अधूरी मानी जाती है।
दरअसल रोटी की अपेक्षा चावल पकाने और पचाने दोनों में आसान होते हैं। खैर, चावल के भी कई प्रकार होते हैं जिनमें व्हाइट राइस से लेकर रेड राइस और ब्राउन राइस तक की वैराइटी उपलब्ध है। हालांकि ज्यादातर घरों में सफेद चावल ही बनते हैं, लेकिन कुछ घरों में लोग सेहत की सजगता दिखाते हुए ब्राउन राइस भी खाते हैं।
बता दें कि अलग अलग रंगों के चावल के अलग अलग फायदे भी हैं। ऐसे में लोग अक्सर कंफ्यूज हो जाते हैं कि आखिर कौन सा चावल बेस्ट होता है। तो आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं कि आखिर आपको अच्छी सेहत के लिए कौन से रंग के चावल का सेवन करना चाहिए।
सफेद चावल
भारत में ज्यादातर घरों में सफेद चावल ही बनता है और इसमें भी कई वैरायटिज मिलते हैं। जैसे अर्बोरिओ राइस, बासमती राइस, बोम्बा राइस, जैस्मीन राइस, सुशी राइस और ग्लूटियस राइस आदि।
सफेद चावल
इन सभी प्रकार के चावल में पॉलिश प्रक्रिया से एल्यूरन परत हटा दी जाती है, जिसकी वजह से इसके पोषक तत्व कम हो जाते है। लिहाजा इन चावलों को ज्यादा हैल्दी नहीं माना जाता है।
बासमती राइस
सफेद राइस में बासमती को सबसे उच्च क्वालिटी का चावल माना जाता है। इसे अधिकतर बिरयानी या पुलाव में इस्तेमाल करते हैं। बासमती में फैट की मात्रा ना के बराबर होती है, जबकि अमिनो एसीड और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो टाइप-2 डायबिटीज से बचाव करता है।
जैस्मिन राइस
जैस्मिन राइस भारत की नहीं बल्कि थाइलैंड की उपज है। ये अपनी सुगंध के लिए ज्यादा मशहूर हैं, लेकिन सेहत के लिए अधिक फायदेमंद नहीं होते। व्हाइट जैसमीन की जगह ब्राउन जैसमीन शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद होते हैं।
जैस्मिन राइस
ब्राउन जैसमीन में प्रचुर मात्रा में फाइबर मिलता है, जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है। इसके अलावा ब्राउन जैसमीन के सेवन से शरीर में कभी भी पानी की कमी नहीं होती। ऐसे में ये त्वचा संबंधी बीमारियों को भी दूर करता है।
अर्बोरिओ राइस
अर्बोरियो राइस इटली की उपज है, लेकिन भारत में इसे खूब पसंद किया जाता है। इसमें विटामिन ए, सी और प्रोटीन भरपूर पाया जाता है। इससे शरीर का शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
ब्राउन राइस
माना जाता है कि व्हाइट की अपेक्षा ब्राउन राइस सेहत के लिए अधिक फायदेमंद होता है। ब्राउन राइस में कई तरह के पोषक तत्व जैसे आयरन, विटामिन बी, फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
ब्राउन राइस
ब्राउन राइस के सेवन से शरीर का कोलेस्ट्रोल लेव कम होता है और ब्लड शुगर के स्तर को भी कम करने में मदद मिलती है। बता दें कि ब्राउन राशि के छिलके और चोकर में फाइबर उच्च मात्रा में पाए जाते हैं, जिसकी वजह से पित्त की पथरी से भी बचाव होता है।
लाल चावल
रेड राइस
लाल चावल में चोकर सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है, ये सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसमें विटामिन बी6, फाइबर, जिंक, कैल्शियम, आयरन और सैलीनियम जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इससे शरीर का ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन नियंत्रित रहता है।
काले चावल
काला चावल भारत में बहुत कम खाया जाता है, लेकिन ये सबसे गुणकारी होते हैं क्योंकि इसमें फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट, फाइटोन्यूट्रिएंट्स, फाइटोकैमिकल्स, विटामिन ई, प्रोटीन, आयरन, एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे कई तत्व पाए जाते हैं।
ब्लैक राइस
काले चावल में पाए जाने वाले पोषक तत्वों से शुगर और अलजाइमर जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। जो इन घातक बीमारियों की चपेट में हैं, उन्हें काले चावल का सेवन जरूर करना चाहिए।