हर तरह के ओट्स को बनाने की एक अलग रैसेपी होती है। लोग अक्सर कनफ्यूज़ रहते हैं कि कौन सी रैसेपी किस तरह के ओट्स के लिए सही है। चलिए हम आपको बताते हैं अलग अलग तरह के ओट्स और उन्हें पकाने के तरीके के बारे में।
होल ओट ग्रोट्स: यह होल ओट की गुठलियां होती हैं जिसमे से बाहर के ना खाए जाने वोले हिस्से को हटा दिया जाता है। ये सलाद और कम पके हुए स्ट्यू के साथ स्वादिष्ट लगते हैं. और तरह के ओट्स के मुकाबले इनमें सबसे कम मात्रा में ग्लाइकोजन होता है।
स्टील कट ओट्स: इन ओट्स को काटने के लिए नोकीले स्टील ब्लेड का इस्तेमाल होता है और ये ज़्यादातर सलाद के तौर पर खाए जाते हैं। ग्लाईकेमिक इंडेक्स की मात्रा इनमें होल ओट ग्रोट्स जितनी ही होती है।
स्कॉटिश ओटमील: इस तरह के ओट्स में होल ग्रेन को पत्थर पर दरदरा पीसा जाता है । दलिया और खिचड़ी बनाने के लिए इन्हीं ओट्स का इस्तेमाल होता है।
रेगुलर और रोल्ड ओट्स: ये पोहे की तरह होते हैं। पहले इन्हें भाप से पकाया जाता है और फिर प्रेस किया जाता है। ये बहुत कम समय में पक जाते हैं और इन्हें कच्चा भी खा सकते हैं।
क्विक कुक ओटमील: इन ओट्स को भी भाप में पकाया जाता है और काफी समय तक प्रेस कर के फलैक्स बनाये जाते हैं। ये रोल्ड ओट्स जितने ही फायदेमंद हैं लेकिन इनमें ग्लाईकेमिक इंडेक्स की मात्रा ज़्यादा होती है। क्विक ओटमील्स को संतुलित मात्रा में ही लेना चाहिए।