गालों पर लगातार निकलते पिंपल्स से परेशान हैं और सारे तरीके अपनाकर भी आपको राहत नहीं मिल रही है तो आपको अपने फोन पर भी एक नजर डाल लेनी चाहिए. क्योंकि आपका फोन आपके गालों पर निकल रहे पिंपल्स, ऐक्ने और ब्रेकआउट्स की बड़ी वजह हो सकता है. ऐसा कई कारणों से होता है.फोन की स्क्रीन को लगातार स्क्रॉल करना और घंटों फोन पर व्यस्त रहना आजकल ज्यादातर लोगों की लाइफ का हिस्सा हो गया है और दिन के कई घंटे फोन पर बीतते हैं. ऐसे में फोन की स्क्रीन पर बैक्टीरिया ग्रोथ कर जाते हैं और जब आप इस फोन को फिर से फेस के करीब लाकर बात करते हैं तो ये बैक्टीरिया आपकी स्किन में पहुंच जाते हैं और ऐक्ने की वजह बनते हैं.
फोन के कारण स्किन प्रॉब्लम्स क्यों होती हैं?
जो लोग अपने फोन पर फ्लिप कवर का यूज करते हैं या प्रोटैक्टिंग कवर लगाते हैं, उन्हें स्किन पर ऐक्ने होने की समस्या अन्य लोगों की तुलना में अधिक होती है. क्योंकि फ्लिप कवर कपड़े या रैग्जीन से बना होता है और इन मटीरियल पर बैक्टीरिया अधिक तेजी से ग्रो करते हैं.
फोन पर बैक्टीरिया कहां से आते हैं?
अपना सेल फोन यूज करने से पहले हम बार-बार अपने हाथ सैनिटाइज नहीं करते हैं. इस दौरान हम कई चीजों को छूते हैं, लोगों से हाथ भी मिलाते हैं और अपने बाल से लेकर चेहरे तक स्किन को भी कई बार टच कर लेते हैं. ये आदत ही बैक्टीरिया के ग्रोथ की वजह बनती है.
कुछ लोग फ्रेश होने जाते समय भी फोन लेकर जाते हैं. टॉयलेट सीट पर बैठकर फोन का यूज करते हैं. ये आदत फोन पर हानिकरक बैक्टीरियल ग्रोथ की वजह बनती हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि हाइजीन का ध्यान ना रखने वाले लोगों के फोन पर टॉयलेट सीट से अधिक बैक्टीरिया हो सकते हैं.
फोन आमतौर पर पैंट की जेब, शर्ट की जेब या फिर पर्स इत्यादि में रखा जाता है. जेब में जहां पसीना और स्किन सीबम के टच में फोन आता है, वहीं बैग में कई और भी चीजें रखी होती हैं, जिन पर हमने अलग-अलग समय पर हाथ लगाए होते हैं. ये सभी स्थितियां मिलकर फोन को अधिक गंदा बनाती हैं.
ज्यादातर लोग कुछ भी खाते-पीते समय अपना फोन टेबल पर रख देते हैं और फिर इसे उठाकर यूज करने लगते हैं. ऐसे में इस टेबल पर मौजूद महीन गंदगी या डस्ट फोन के जरिए स्किन के संपर्क में आती है और डेड स्किन सेल्स, सीबम, पसीना साथ में मिल जाते हैं तो बैक्टीरियल ग्रोथ होने लगती है.