कब्ज़, सर्दी और लूज़ मोशन में किन चीज़ों से करें परहेज़

Update: 2023-07-10 13:23 GMT
कब्ज़, सर्दी-खांसी, लूज़ मोशन आदि आम तक़लीफ़ें हैं. इन दौरान खानपान का ख़ास ध्यान रखना होता है, क्योंकि इससे आपको रिकवरी में मदद मिलती है. आइए जानते हैं, क्या होने पर क्या छोड़ने से आप जल्दी ठीक हो सकते हैं.
जब: कब्ज़ करे परेशान
तब: चॉकलेट से कर लें तौबा
इसका सबसे पहला कारण यह है कि चॉकलेट में शक्कर और कैफ़ीन की मात्रा काफ़ी अधिक होती है. जहां शक्कर को प्रोसेस करना आसान नहीं होता, वहीं कैफ़ीन के चलते डीहाइड्रेशन हो जाता है. डीहाइड्रेशन यानी जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है तब मल सख़्त हो जाता है. इसके अलावा चॉकलेट बनाने के लिए दूध का इस्तेमाल भी किया जाता है, जो कब्ज़ को बढ़ा सकता है. वैसे भी डेयरी प्रॉडक्ट्स, लैक्टोज़ की मौजूदगी के कारण कब्ज़ बढ़ा देते हैं. अत: यदि आप कब्ज़ की समस्या का सामना कर रहे हों तो दूध की मौजूदगी वाले चॉकलेट को दूर से ही सलाम करने में भलाई है.
तो क्या खाएं?: कब्ज़ से राहत पाने के लिए ढेर सारे तरल पदार्थों को पेट में जाने दें. बीन्स, दालें, साबुत अनाज और फ़ाइबर से भरपूर चीज़ें खाकर भी आप कब्ज़ से जल्द निपट सकते हैं.
जब: पेट ख़राब हो जाए
तब: खट्टे फल न खाएं
खट्टेर यानी सिट्रस फल हमारी सेहत के सबसे अच्छे दोस्तों में गिने जाते हैं, पर जब आपके पेट में उथल-पुथल मची हो यानी पेट ख़राब हो तो विटामिन सी से भरे यही दोस्त हमारे दुश्मन बन सकते हैं. कारण यह कि खट्टेे फलों में एसिड की मात्रा काफ़ी अधिक होती है, वे पेट में हलचल मचा सकते हैं. खट्टे फलों के साथ-साथ टमाटर आदि भी न खाएं, क्योंकि वो भी एसिडिक होता है.
तो क्या खाएं?: केला, पपीता, दही, चावल, ओट्स और सौंफ आदि से अपसेट स्टमक यानी ख़राब पेट को दुरुस्त करने में मदद मिलती है.
जब: सर्दी से हों हैरान
तब: मीठे ड्रिंक्स से बनाएं सुरक्षित दूरी
जब हमें सर्दी होती है तो ऐसा लगता है कि शरीर से पूरी ऊर्जा निचुड़ चुकी है. ऐसे में हम शुगरी ड्रिंक्स लेते हैं. अपनी इस इच्छा के आगे हथियार डालने का मतलब है, अपने इम्यूनिटी सिस्टम को और कमज़ोर बनाने की दिशा में क़दम उठाना. दरअस्ल, मीठे ड्रिंक्स के चलते वाइट ब्लड सेल्स वायरस से लड़ पाने में ख़ुद को सक्षम नहीं पाते.
तो क्या खाएं?: आप फल और सब्ज़ियां खा सकते हैं, इनसे आपको पर्याप्त पोषण मिलता है और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी भी स्ट्रॉन्ग होती है. ख़ुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए हॉट ड्रिंक्स या गर्म पानी पिएं. आप सूप पिएं. वैसे भी सर्दी होने पर चिकन सूप पीने की सलाह आज की नहीं है.
जब: कफ़ सताए
तब: दूध को कहें बाय-बाय
वैसे तो दूध कफ़ पैदा करने के कारकों में नहीं है, पर कफ़ होने पर इससे बचकर ही रहा जाए तो बेहतर होगा. दरअस्ल, दूध ख़ुद म्यूकस (बलगम) नहीं पैदा करता, पर पहले से मौजूद बलगम यानी कफ़ को गाढ़ा करने में मददगार होता है. यह समस्या को बढ़ाकर आपको परेशान कर सकता है.
तो क्या खाएं?: कफ़ वाली स्थिति में पानी पीना काफ़ी फ़ायदेमंद साबित हो सकता है. पानी से म्यूकस पतला हो जाता है और आसानी से बाहर निकल जाता है. रही खाने की बात तो आप खट्टेद फल खा सकते हैं, क्योंकि उनमें ऐंटी-इन्फ़्लैमेट्री गुण होते हैं, जो आपको राहत पहुंचाते हैं.
जब: जब दस्त से हाल हो बेहाल
तब: प्याज़ से बनाएं दूरी
प्याज़, बीन्स, पत्तागोभी और ब्रोकलि जैसी सब्ज़ियों से पेट में गैस हो जाती है. पेट फूल जाता है और दस्त की समस्या और गंभीर हो जाती है. इसके अलावा दूध, चीज़ और बटर जैसे डेयरी प्रॉडक्ट्स से बचना चाहिए. इनमें लैक्टोज़ होता है, जो मामले को और बिगाड़ सकता है. हां, फ़ाइबर की अधिकतावाली चीज़ें भी न खाएं.
तो क्या खाएं?: केला, दही, दही-चावल, टोस्ट, उबले आलू और ओटमील खाने से आपको आराम मिल सकता है. हां, दस्त के दौरान इस बात का ख़ास ध्यान रखें कि शरीर में पानी की कमी न होने पाए. बीच-बीच में थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें.
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