Pregnancy के बाद चेहरे के चमक को ऐसे पाए वापस

Update: 2024-07-21 11:46 GMT
Beauty Care: मां बनना एक खूबसूरत अनुभव है, लेकिन इसकी वजह से त्वचा में भी कई बदलाव आते हैं। हार्मोनल बदलाव, वजन का ऊपर-नीचे होना और शारीरिक थकान के कारण कई महिलाओं को प्रेग्नेंसी के बाद अपनी त्वचा में ढीलापन दिखने लगता है। कइयों के मामले में रंग में असमानता और बनावट में बदलाव जैसी समस्याएं भी सामने आती नजर आती हैं। ये स्थिति कई महिलाओं के आत्म-विश्वास पर प्रतिकूल असर डालती है। हालांकि, कुछ प्रभावी उपचार त्वचा को फिर से निखारने और जवां बनाने में मदद कर सकते हैं।
इसके बारे में विस्तार से बॉडीक्राफ्ट क्लीनिक्स के संस्थापक और चिकित्सा निदेशक, डॉ. मिक्की सिंह ने विस्तार से बताया।
1. प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा के साथ माइक्रोनीडलिंग
माइक्रोनीडलिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें त्वचा में सुई के छोर से भी बारीक छेद किए जाते हैं। ये कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है, जो त्वचा की इलास्टिसिटी बनाए रखने में मदद करता है। इस उपचार में आपके खून से ही PRP, यानी प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा का इस्तेमाल किया जाता है। इससे घाव जल्दी भरते हैं और स्किन के टेक्सचर व इलास्टिसिटी में सुधार होता है। ये उपचार फाइन लाइन्स को कम करने, त्वचा की रंगत में निखार लाने और चेहरे को यंग ग्लो देने के लिए बहुत कारगर है।
2. हाइड्राफेशियल
हाइड्राफेशियल एक ऐसा उपचार है जिसमें एक ही समय में त्वचा को साफ करना, मृत कोशिकाओं को हटाना, गंदगी निकालना, हाइड्रेशन और एंटीऑक्सीडेंट्स की सुरक्षा मिलती है। यह त्वचा की रंगत और बनावट को निखारने, फाइन लाइन्स को कम करने और त्वचा को गहराई से हाइड्रेट करने के लिए बहुत अच्छा उपचार है।
3. प्रोफिलो
प्रोफिलो इंजेक्शन के जरिए दिया जाने वाला Hyaluronic Acid का एक ऐसा उपचार है जो त्वचा को निखारते हुए उसमें नई जान डालता है। ये अंदर से ही कोलेजन और इलास्टिन बनने को बढ़ावा देता है। इससे स्किन में अच्छी तरह से नमी रहती है, टेक्सचर में सुधार होता है और इलास्टिसिटी बढ़ती है। यही कारण है कि प्रेग्नेंसी के बाद त्वचा को फिर से जवां बनाने के लिए ये एक लोकप्रिय ट्रीटमेंट बन गया है।
4. वेलनेस ड्रिप्स
नई मां बनने के बाद अक्सर थकान रहती है। इस ड्रिप थेरेपी में सीधे रक्तप्रवाह में पोषक तत्व पहुंचाए जाते हैं, जिससे त्वचा की बनावट, रंग और इलास्टिसिटी में सुधार होता है। ये ड्रिप्स त्वचा को गहराई से हाइड्रेट करती हैं, कोलेजन उत्पादन बढ़ाती हैं और सूजन को कम करती हैं, जिससे त्वचा ज्यादा चमकदार और जवां दिखती है। साथ ही, ये प्रसव के बाद होने वाली थकान को कम करने और पूरे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है, जिससे मां बनने के शुरुआती मुश्किल दौर में शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से हेल्दी बने रहना आसान हो जाता है।
5. नॉन एग्रेसिव बॉडी कंटूरिंग
कई बार शरीर के कुछ हिस्सों पर जिद्दी चर्बी जम जाती है, जिसे कम करना मुश्किल होता है। कूलस्कल्प्टिंग नाम का यह उपचार ऐसे ही मामलों में कारगर साबित होता है। इस प्रोसेस में फैट फ्रीज हो जाते हैं और फिर शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इस उपचार में कोई चीर-फाड़ या सुई नहीं लगती है। लिपोलेजर भी इसी तरह का उपचार है, जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करके अवांछित वसा को कम किया जाता है, जिससे कमर का साइज भी कम होता है।
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