बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद कर सकते हैं ये योगासन
बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद
समय-समय पर हर चीज को क्लीनिंग की जरूरत पड़ती है, फिर चाहे वह आपकी बॉडी ही क्यों ना हो। अमूमन यह देखने में आता है कि बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए हम तरह-तरह के जूस या फिर डिटॉक्स वाटर का सेवन करते हैं। लेकिन इसके साथ-साथ अगर कुछ योगासनों का अभ्यास किया जाए तो आपको अतिरिक्त लाभ मिलता है। जी हां, योग सिर्फ तन-मन को ही शांत नहीं करता है, बल्कि यह आपको संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
नियमित रूप से योगासन अभ्यास करने से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। साथ ही साथ, बॉडी भी नेचुरल तरीके से डिटॉक्सिफाई हो जाती है। योग के जरिए शरीर में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड से लेकर लैक्टिक एसिड आसानी से निकल जाता है। जिससे शरीर के सभी अंगों तक ब्लड का फ्लो भी बेहतर होता है। यह पाचन से लेकर आपकी स्ट्रेन्थ को बढ़ाने में भी मददगार है। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको कुछ ऐसे ही योगासनों के बारे में बता रहे हैं, जो बॉडी को डिटॉक्स करने में आपकी काफी मदद करेंगे।
अर्धमत्स्येन्द्रासन
बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए अर्धमत्स्येन्द्रासन का अभ्यास करना काफी अच्छा माना गया है। इस आसन का अभ्यास करते हुए बॉडी ट्विस्ट होती है और इससे पेट एरिया पर प्रेशर पड़ता है। ऐसे में डाइजेशन सिस्टम(डाइजेशन के लिए योग) इंप्रूव होता है। साथ ही साथ, यह पैनक्रियाज पर भी प्रेशर डालता है, जिससे बॉडी में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले मैट बिछाकर जमीन पर बैठ जाएं।
इस दौरान अपने पैरों को सामने सीधा फैला लें और कमर और रीढ़ को सीधी रखें।
अब बाएं पैर को मोड़ें और बाएं पैर की एड़ी दाएं आपके कूल्हे के करीब होगी।
वहीं, दाएं पैर को बाएं घुटने के ऊपर ले जाएं। इस तरह आपके पैरों से एक त्रिकोणाकार बन रहा होगा।
अब अपने बाएं हाथ को दाहिने घुटने पर रखें। साथ ही, दाएं हाथ को अपने पीछे रखें।
ऐसा करते हुए आपकी कमर, कंधे और गर्दन दाईं ओर मुड़ेगी। आप अपनी नजर दाएं कंधे पर रखें।
ध्यान रखें कि इस पोश्चर में आते समय आपकी कमर एकदम सीधी हो।
कुछ क्षण इसी अवस्था में रूकें और फिर प्रारंभिक अवस्था में लौट आएं।
अब दूसरी साइड से भी इसका अभ्यास करें।
प्रसारित पादोत्तानासन
प्रसारित पादोत्तानासन भी बॉडी को डिटॉक्स करने में मददगार है। इसे लोग वाइड लेग्गड स्टैंडिंग फॉरवर्ड बेंड भी कहते हैं। यह आसन सिर को गुरुत्वाकर्षण की दिशा की ओर खींचता है जिससे आपके पूरे शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है। साथ ही साथ, आपके पेट पर दबाव पड़ता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले मैट बिछाकर खड़े हो जाएं।
अपने पैरों को तीन-चार फीट की दूरी पर रखें।
अब गहरी सांस लें और अपने पेट को अंदर खींचें।
अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और अपनी कमर को मोड़े।
दोनों हाथों को अपने जमीन पर रखें और सिर को जमीन पर टच करने की कोशिश करें।
कुछ देर तक इसी पोश्चर में रहें।
उसके बाद आप प्रारंभिक अवस्था में रूकें।
यह है एक्सपर्ट की राय
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