हम कई बीमारियों में मॉर्डन ट्रीटमेंट के बजाए आयुर्वेदिक औषधियों का सहारा लेते हैं, डायबिटीज भी उन रोगों में से एक है. अगर आप शुगर पेशेंट हैं तो जरूर ये चाहेंगे कि ब्लड ग्लूकोज लेवल कंट्रोल में रहे, खासकर टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को शुगर कम करने की चिंता हमेशा सताती हैं, क्योंकि अगर ऐसा न हुआ तो हार्ट अटैक और किडनी डिजीज का खतरा पैदा हो जाएगा. आयुर्वेदिक इलाज में हमारे लिए कई जड़ी बूटी मौजूद है जो सेहत को काफी फायदे पहुंचाती है, आइए जानते हैं कि हम इसका सेवन किस तरीके से कर सकते हैं.
डायबिटीज के मरीज इन हर्ब्स का करें सेवन
1. नीम, तुलसी और गिलोए
नीम, तुलसी और गिलोए को मिलाने से औषधीय गुणों से भरपूर जूस तैयार हो जाएगा, जिससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलेगा. इसके साथ ही इस रस की मदद से इम्यूनिटी को भी बूस्ट किया जा सकता. हालांकि इन तीनों को अलग-अलग पीने के अपने फायदे हैं, लेकिन इनका कॉम्बिनेश किसी सुपरफूड से कम नहीं है.
2. आक के पत्ते
आक के पत्ते काफी गुणकारी होते हैं, इसे आप धूप में सुखाकर और मिक्सी में पीसकर पाउडर बना लें और हर दिन करीब 10 मिलीलीटर पानी के साथ मिलाकर पी जाएं. इसके अलावा आप रात को सोने के वक्त इसके पत्तों को तलवों पर रखकर मोजे पहन लें और फिर सुबह इसे हटा दें. ऐसा करने से ब्लड शुगर लेवल कम हो जाएगा.
3. प्याज
प्याज हमारे किचन में पाई जाने वाली एक कॉमन सब्जी है जिसके बिना कई सारी रेसेपीज का जायका बिगड़ जाता है. अगर आपकी ये कोशिश है कि ब्लड शुगर लेवल काबू में रहे तो आज ही प्याज का रस पीना शुरू कर दें. इससे ग्लूकोज का स्तर कम करने में मदद मिलती है क्योंकि इस सब्जी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिसके कारण इसका डाइजेशन स्लो रहता है जिससे खून की स्पलाई में शुगर कम स्पीड में रिलीज होता है.
4. आंवला
आंवले का पाउडर डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी औषधि से कम नहीं होता, इससे मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद मिलती है और ब्लड शुगर लेवल भी काफी कंट्रोल हो जाता है. आंवले में मौजूद न्यूट्रिएंट्स इंसुलिन को अब्जॉर्ब करने में मदद करते हैं. इस पाउडर को तैयार करने के लिए आंवले को कई दिनों तक धूप में सुखा लें, फिर मिक्सर ग्राइंडर में पीस लें.