लाइफस्टाइल: अगर आपको लगता है कि पानी ज्यादा पीने से या उम्र बढ़ने की वजह से ही व्यक्ति को बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है तो आप गलत हैं। कई बार इसके पीछे सेहत से जुड़े कई अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। जी हां सेहत से जुड़ी इन समस्याओं की अनदेखी करने पर व्यक्ति को भविष्य में कई बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर क्या हैं वो कारण, जिनकी वजह से व्यक्ति को ज्यादा पानी पिएं बिना ही बार-बार पेशाब आता रहता है।
ओवरएक्टिव ब्लैडर सिंड्रोम-
ओवरएक्टिव ब्लैडर सिंड्रोम मूत्र प्रणाली संबंधी एक विकार है, जिसमें व्यक्ति को अचानक बार-बार पेशाब करने की इच्छा पैदा होने लगती है। जिसे उसे कई बार कंट्रोल करना तक मुश्किल हो जाता है। महिलाओं में ओवर एक्टिव ब्लैडर का कारण यीस्ट या बैक्टीरियल इंफेक्शन भी हो सकता है, किडनी में स्टोन होने पर भी ब्लैडर ओवर एक्टिव हो जाता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट या ब्लैडर इंफेक्शन-
यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) अक्सर ब्लैडर इंफेक्शन के रूप में होता है। जब रोगाणु मूत्रमार्ग में प्रवेश करते हुए ब्लैडर में पहुंच जाते हैं। जिससे अचानक पेशाब करने की इच्छा होने लगती है। सरल शब्दों में समझें तो यूटीआई मूत्र प्रणाली का एक संक्रमण है। जिसके लक्षणों में दर्दनाक पेशाब, आपकी तरफ या पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस होना और बार-बार पेशाब आना शामिल होता है।
डायबिटीज-
डायबिटीज की वजह से भी व्यक्ति को बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। यह डायबिटीज का एक बहुत ही सामान्य लक्षण है। डायबिटीज होने पर किडनी ब्लड को फिल्टर करने के लिए ज्यादा काम करती हैं, जिसकी वजह से व्यक्ति के शरीर को अधिक मात्रा में लिक्विड रिलीज करना होता है। जो पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकलता है।
प्रोस्टेट-
पुरुषों में प्रोस्टेट एक गोल्फ-बॉल के आकार की ग्रंथि होती है, जो स्खलन के दौरान निकलने वाले कुछ तरल पदार्थ बनाती है। आपका प्रोस्टेट शरीर के साथ-साथ बढ़ता है, लेकिन अगर इसका आकार अधिक बढ़ जाता है तो यह समस्या पैदा कर सकता है। बड़ा प्रोस्टेट आपके यूरिनरी सिस्टम पर दबाव डालकर बार-बार पेशाब आने का कारण बन सकता है।
चिंता-
व्यक्ति के अधिक तनाव या चिंता में रहने पर शरीर ज्यादा पेशाब बनाने लगता है। तनाव के दौरान किसी चोट या खतरे से बचाने के लिए पेट की मसल्स टाइट होने लगती हैं। जब भी पेट की मसल्स टाइट होती हैं तो पेशाब का उत्पादन बढ़ जाता है।