शुगरी ड्रिंक्स पीने की आदत हेल्थ के लिए बेहद हो सकती है खतरनाक
अधिकतर युवाओं को आपने स्पोर्ट्स ड्रिंक, कोल्ड ड्रिंक्स या एनर्जी ड्रिंक पीते हुए देखा होगा. देश में शुगरी ड्रिंक्स पीने का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अधिकतर युवाओं को आपने स्पोर्ट्स ड्रिंक, कोल्ड ड्रिंक्स या एनर्जी ड्रिंक पीते हुए देखा होगा. देश में शुगरी ड्रिंक्स पीने का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक इन ड्रिंक्स का खूब इस्तेमाल करते हैं. कुछ लोगों को लगता है कि सॉफ्ट ड्रिंक्स पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. हालांकि यह बहुत बड़ी गलतफहमी है. इन ड्रिंक्स में शुगर की अत्यधिक मात्रा होती है, जो डायबिटीज और हार्ट डिजीज के खतरों को बढ़ा देती है. अगर आप भी ऐसी गलती कर रहे हैं तो सावधान होने की जरूरत है. शुगरी ड्रिंक्स पीने की आदत हेल्थ के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है. इस बारे में जान लेते हैं.
एक कैन में करीब 7-10 चम्मच शुगर
हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक सोडा, कोल्ड ड्रिंक, फ्रूट जूस, एनर्जी ड्रिंक, स्वीट पाउडर ड्रिंक और अन्य मीठे पेय पदार्थों का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता है. इनमें कैलोरी और एडेड शुगर की मात्रा काफी ज्यादा होती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि एक चम्मच शुगरी ड्रिंक में 4.2 ग्राम चीनी होती है. सोडा की एक कैन में करीब 7 से 10 चम्मच चीनी होती है. अनुमान लगाइए कि आप एक गिलास पानी में 10 चम्मच चीनी डालें तो वह कितना मीठा हो जाएगा. शायद उसे पीने में भी दिक्कत हो. ज्यादातर ड्रिंक्स में चीनी की अत्यधिक मात्रा होती है. इसमें कैफीन भी होता है जो ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है.
डायबिटीज का बढ़ता है खतरा
चौंकाने वाली बात यह है कि शुगरी ड्रिंक की एक कैन में करीब 150 कैलोरी होती है, जबकि इसमें पोषक तत्वों की मात्रा नहीं होती. अगर आप हर दिन एक कैन इन ड्रिंक्स का सेवन करेंगे तो आपका वजन बढ़ जाएगा. इससे लोगों में डायबिटीज, हार्ट डिजीज और प्रीमेच्योर डेथ का खतरा काफी बढ़ जाता है. एक रिसर्च में खुलासा हुआ था कि हर दिन 1-2 कैन शुगरी ड्रिंक पीने वाले लोगों में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा ड्रिंक्स न पीने वाले लोगों की तुलना में 26% ज्यादा होता है. युवाओं और एशियन लोगों के लिए यह खतरा सबसे ज्यादा है.
फलों के जूस कम खतरनाक
वैसे तो फलों के जूस में भी शुगर की मात्रा काफी ज्यादा होती है, लेकिन उसमें विटामिन और मिनरल्स समेत कई पोषक तत्व होते हैं. इसकी वजह से शरीर को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचता. जो लोग डायबिटीज या मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें ज्यादा मीठे फलों का जूस पीने से बचना चाहिए. इसके बजाय वे मौसमी फल खा सकते हैं.