सल्फर शरीर के लिए है जरूरी, इससे हृदय-त्वचा की समस्याओं में लाभ

मिनरल्स की पूर्ति पर ध्यान नहीं दे पाते हैं।

Update: 2023-04-25 18:17 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हमारे शरीर को बेहतर तरीके से काम करते रहने के लिए नियमित रूप से कई प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। आमतौर पर आहार के माध्यम से हम सभी प्रोटीन और विटामिन्स तो प्राप्त कर लेते हैं, पर कई प्रकार के मिनरल्स की पूर्ति पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। इस तरह की स्थिति दीर्घकालिक रूप में शरीर को कई प्रकार के नुकसान पहुंचा सकती है। सल्फर भी एक ऐसा ही अतिआवश्यक मिनरल है जिसकी मात्रा और सेवन पर अक्सर चर्चा नहीं होती है।

सल्फर विभिन्न खाद्य पदार्थों में पाया जाता है और इसके सप्लीमेंट्स भी उपलब्ध है। कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि आहार में सल्फर वाली चीजों की मात्रा बढ़ाने या फिर सल्फर सप्लीमेंट्स (कैप्सूल या पाउडर) लेने से एलर्जी, ऑस्टियोआर्थराइटिस और मांसपेशियों में दर्द जैसी समस्याओं को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, सल्फर को विभिन्न त्वचा समस्याओं और बालों को स्वस्थ रखने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता रहा है।

आइए जानते हैं कि इसके क्या-क्या लाभ हो सकते हैं और आहार के माध्यम से इसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है?


क्यों जरूरी है सल्फर?

सल्फर शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह शरीर में प्रोटीनों के उत्पादन के लिए आवश्यक है, जिन्हें अमीनो एसिड के रूप में जाना जाता है। दवाओं में भी सल्फर का लंबे समय से उपयोग किया जाता रहा है। प्राकृतिक एंटी-माइक्रोबियल के रूप में, सल्फर त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे कि मुहांसे, डैंड्रफ, बालों की दिक्कत और मस्से के उपचार में भी कारगर माना जाता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सप्लीमेंट्स की जगह आहार के माध्मय से पोषक तत्वों का सेवन करना अधिक लाभकारी होता है।


सल्फर आर्थराइटिस की समस्या में फायदेमंद

कई प्रकार के प्लांट और एनिमल बेस्ड खाद्य पदार्थों में मिथाइलसल्फोनीलमीथेन (एमएसएम) पाया जाता है जोकि सल्फर युक्त यौगिक है। शोध से पता चला है कि यह शरीर में सूजन को कम कर सकता है जिससे जोड़ों-मांसपेशियों में दर्द और इसकी दिक्कतों में आराम मिलता है।

अध्ययन में पाया गया कि क्रोनिक ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण होने वाले घुटने के दर्द के शिकार लोगों को एमएसएम वाले आहार का 12 सप्ताह तक सेवन करके लाभ प्राप्त हुआ।


हृदय के लिए जरूरी है सल्फर

आर्थराइटिस के साथ-साथ हृदय की सेहत को ठीक रखने में भी सल्फर की भूमिका देखी गई है। गोभी की प्रजाति वाली कई सब्जियों में ग्लूकोसाइनोलेट्स नामक सल्फर युक्त यौगिक होता है। इसे हृदय रोग की समस्याओं को कम करने में फायदेमंद पाया गया है। एक अध्ययन में पाया है कि इस प्रकार की सब्जियों के सेवन से कार्डियोवैस्कुलर बीमारी और इससे संबंधित मृत्युदर कम होती है। हृदय रोगों से बचाव के लिए भी सल्फर को जरूरी पाया गया है।


आहार से कैसे प्राप्त करें सल्फर?

सल्फर कई खाद्य पदार्थों से प्राप्त किया जा सकता है।

सब्जियां: लहसुन, प्याज, ब्रोकली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, फूलगोभी, केल और मूली

मांस और समुद्री भोजन इसका अच्छा स्रोत है।

डेयरी उत्पाद: दूध, दही, चीज में भी सल्फर पाया जाता है।

बादाम, ब्राज़ील नट्स, अखरोट, तिल और सूरजमुखी के बीज में भी सल्फर होता है।

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