लाइफस्टाइल : स्ट्रेस फ्री रहकर आप बड़ी से बड़ी मुसीबत को आसानी से हैंडल कर सकते हैं, लेेकिन आजकल जिस तरह की जिंदगी हम जी रहे हैं, उसमें स्ट्रेस फ्री रहना एक टास्क बन चुका है। सबसे अजीब बात जो देखने को मिलने रही है वो है कि तनाव, एंग्जाइटी की गिरफ्त में सिर्फ बड़े ही नहीं हैं, बल्कि बच्चे भी इसका शिकार हो रहे हैं। मेंटल हेल्थ को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी के चलते लोग इस पर बात करने और एक्सपर्ट की सलाह लेने से हिचकिचाते हैं। मेंटल हेल्थ को लंबे समय तक इग्नोर करना कई तरह की सेहत संबंधी परेशानियों की वजह बन सकता है।
स्ट्रेस दूर करने के लिए मेडिटेशन, ट्रैवल, अपनों से बातचीत करने जैसी सलाह दी जाती है और नो डाउट ये काम भी करता है, लेकिन एक और थेरेपी है, जो स्ट्रेस, एंग्जाइटी से निपटने में कारगर हो सकती है, ये है ब्लू माइंड थेेरेपी।
क्या है ब्लू मांइड थेरेपी?
हरा ही नहीं नीला रंग भी तन और मन को प्रसन्न और रिलैक्स करता है। आपने देखा होगा Beach डेस्टिनेशन पर जाकर एक अलग ही तरह की शांति महसूस होती है। बस यही है ब्लू माइंड थेरेपी। पानी, नदियां, तालाब, झरने ये सारी चीजें मन को आनंदित करते हैं। साथ ही क्रिएटिवटी को भी बढ़ाने का काम करते हैं। पानी को देखने भर से ब्रेन में डोपामाइन और सिरोटोनिन जैसे हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होते हैं, जो आपको मेंटली हेल्दी रखते हैं।
ब्लू माइंड थेरेपी में मददगार चीजें
बीच वॉक
तनाव से ऐसा जकड़ रखा है कि इससे निकलना हो रहा है मुश्किल, तो ऑफिस-घर इन सभी की टेंशन छोड़कर कुछ दिनों के लिए किसी Beach वाली जगह जाकर वक्त बिताएं। समुद्र के किनारे बैठकर पानी को निहारें, बीच वॉक करें या फिर वाटर स्पोर्ट्स ट्राई करें। ये सारी ही चीजें दिमाग को रिलैक्स करती हैं।
पानी पिएं
बॉडी को हाइड्रेट रखने के साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से दिमाग भी शांत रहता है। दरअसल, पानी की कमी के चलते थकान, कमजोरी और स्ट्रेस फील होता रहता है, तो जब कभी ऐसा महसूस हो आराम से बैठकर पानी पिएं।
स्विमिंग करें
दिमाग को शांत और रिचार्ज करने में स्विमिंग की भी मदद ले सकते हैं। इससे भी एक साथ दो फायदे मिलते हैं। एक तो बॉडी हेल्दी रहती है और दूसरा माइंड रिलैक्स होता है। पूल में कुछ देर ऐसे ही बॉडी को लूज छोड़ दें। कुछ मिनट इस थेरेपी से हर तरह का तनाव हो जाएगा काफूर।