मौसम बदलते ही गले में होने लगती हैं खराश, इन 10 घरेलू नुस्खों से मिलेगा आराम
मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा हैं जहां रात में सर्दी और दिन में गर्मी का अहसास हो रहा हैं। वातावरण में आया यह अंतर ही लोगों को असमंजस में डालता हैं और बीमार करता हैं। देखने को मिल रहा हैं कि इन दिनों में लोगों के गले में खराश की समस्या हो रही हैं। आमतौर पर गले में ख़राश की समस्या ठंड के मौसम में ज़्यादा देखी जाती है, लेकिन यह गर्मी के मौसम में भी हो सकती है। गले में खराश के कारण लोगों को बुरा हाल हो जाता है, यहां तक कि कुछ लोगों को तो इसकी वजह से गले में छाले, दर्द और गला छिलने जैसी समस्याएं भी हो जाती हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं जो गले की खराश में आराम दिलाने का काम करेंगे। आइये जानते हैं इन नुस्खों के बारे में...
नमक वाला पानी
सुबह से शाम तक 2 से 3 बार नमक वाले गर्म पानी से गरारा करें। यह एक बेहद ही आसान काम है लेकिन इसका गले पर कमाल का असर देखने को मिलता है। यह आपकी तकलीफ को कई गुना तक कम कर देगा और खराश महसूस होना बंद हो जाएगी। इसके साथ ही, गले में किसी भी तरह का बैक्टीरिया जमा होगा तो निकल जाएगा।
काली मिर्च
काली मिर्च को गले की खराश, खांसी या जुकाम के लिए काफी उपयोगी माना जाता है। अगर इसका सेवन मिश्री के साथ किया जाए तो इसके फायदे और भी बढ़ जाते हैं। काली मिर्च पाउडर और मिश्री की बराबर मात्रा लें और इसे मिलाकर एक बंद डिब्बे में रख लें। गले में खराश होने पर इसकी थोड़ी सी मात्रा का सेवन दिन में दो-तीन बार करें।
हर्बल टी
गले के इंफेक्शन के लिए हर्बल टी पीना अच्छा ऑप्शन है। इस चाय से गले को गर्माहट मिलेगी, खराश कम होगी और शरीर को इम्यूनिटी मिलेगी सो अलग। अदरक की बिना दूध वाली चाय फायदेमंद होती है। इसे बनाने के लिए अदरक के टुकड़ों को एक कप पानी में उबालें और छानकर पिएं। इसके अलावा कैमोमाइल टी और ग्रीन टी भी अच्छा असर दिखाती हैं।
अदरक का काढ़ा
अदरक को छील लें और इसके बाद इसे पानी में डालकर कुछ देर तक उबलने दें। जब पानी आधा हो जाएं, तो समझ लें कि आपका काढ़ा बन कर तैयार हो चुका है। गले में खराश या दर्द होने पर इस काढ़े का सेवन करें। दिन में दो से तीन बार इसे पीना से काफी आराम मिल सकता है।
शहद
देसी नुस्खों में शहद का अच्छाखासा इस्तेमाल किया जाता है। इसकी वजह है कि शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो गले की खराश, गला दर्द, खांसी और जुकाम को दूर करने में कारगर हैं। शहद को आप गर्म पानी में डालकर पी सकते हैं, हर्बल टी में डाल सकते हैं या फिर इसे अदरक के साथ भी खाया जा सकता है।
तुलसी का काढ़ा
गले की खराश के लिए तुलसी का काढ़ा बेहद फायदेमंद होता है। इसे बनाने के लिए एक बर्तन में तेज आंच पर पानी उबाल लें। दूसरी तरफ मिक्सर में लौंग, काली मिर्च और दालचीनी को पीस लें। अब कुछ तुलसी के पत्तों के साथ इस पिसे हुए मसाले को बर्तन में डाल कर उबाल लें।
लौंग
गले की खराश के लिए लौंग का आप कई तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे सादा चबाया जा सकता है, गर्म पानी में लौंग डालकर इसका सेवन कर सकते हैं या फिर लौंग की हर्बल टी बना सकते हैं। लौंग की हर्बल टी बनाने के लिए लौंग को एक कप पानी में उबालें और आधा चम्मच शहद डालकर छानें और पिएं।
सेब का सिरका
गले की खराश से जन्में बैक्टीरिया को खत्म करने में सेव का सिरका काफी फायदेमंद होता है। एक चम्मच एप्पल विनेगर को अपनी हर्बल चाय में मिलाकर पीने से और एक चम्मच विनेगर को ही पानी में मिलाकर गरारे करने से खांसी की समस्या भी ठीक हो सकती है।