आज हवा में बहुत से अनचाहे हानिकारक तत्व घुल गए हैं, जो हमारी सेहत को काफ़ी नुकसान पहुंचा रहे हैं। प्रदूषण के असर के कारण हम अनेक बीमारियों का शिकार बन रहे हैं। इन प्रकार अपनी सेहत के साथ समझौता करने की बजाय समाज को एक जुट होकर कुछ सकारात्मक उपाय करने की आवश्यकता है, इसके लिए जागरुकता लानी होगी। जिससे प्रदूषण कम होगा और हमें स्वस्थ पर्यावरण में जीने का अवसर मिलेगा। सर्द हवा में मौजूद हानिकारक केमिकल्स और ज़्यादा नुकसान करते हैं। आज कल स्मॉग बहुत चर्चा में है, जिसका मतलब है – स्मोक और फॉग; यानि धुँए और धुंध का मिश्रण। आज-कल जहॉं देखो वही पर प्रदूषण का प्रकोप है आपको हम कुछ उपाय बताने जा रहे है जिनसे आप प्रदूषण से बच सकते है।
बढ़िया मास्क :
मौजूदा समय में सस्ते और सजिर्कल मास्क से राहत नहीं मिलेगी। ऐसा मास्क लगाना पड़ेगा, जिसमें कार्बन फिल्टर लेयर हो और चेहरे को अच्छे से ढके। 3एम, एन95 और एन99 मास्क बेहतर विकल्प हैं।
कमरे में पौधे :
जिस कमरे में आप रहते है उसमे कुछ पौधे रख लें ताकि उसकी हवा स्वच्छ हो सके। यदि आप खर्चा कर सकते है तो एयर प्यूरीफायर इसके लिए बेहतर उपाय है।
रात को बाहर निकलने से बचें :
सर्दी के दौरान दिन के मुकाबले रात के समय तापमान ज्यादा ठंडा होता है। इस वजह से प्रदूषक तत्व हवा में ज्यादा होते हैं। रात में घर से बाहर निकलने से बचना होगा।
घर में धुँआ न करें :
अपने घर में किसी भी प्रकार की कोई चीज न जलाएं जिससे धुँआ निकलता है। अगरबत्ती के इस्तेमाल से निकला धुँआ भी आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
गुड़ और शहद खाये :
गुड़ और शहद खाने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। जिससे हम अनेक बीमारियों से बच सकते हैं। इसका यही गुण प्रदूषण के साइड इफेक्ट को कम करने में भी कारगर है। खाना खाने के बाद दोनों समय बिना केमिकल का भूरे रंग का या जो भी मिले थोडा गुड़ अवश्य खाएं यह फेफड़ों व गले में जा चुके धूल व धुएं को वहां से हटाकर उसके दुष्प्रभाव को खत्म करेगा। इसलिए इसे आज ही अपनी डाइट में शामिल कीजिए।
सरसों या तिल का तेल :
सुबह घर से निकलने से पहले नाक में सरसों या तिल का तेल लगाकर निकलें यह धूल धुएं को नाक में ही रोक लेगा फेफड़ों में नहीं जाने देगा। रात को नाक साफ कर फिर लगा कर सोएं।
सुबह शाम की सैर अभी बन्द करें। घर में मोटे पर्दे लगाकर रखें। घर के बाहर का हिस्सा पानी से गीला रखें। सलाद को ज्यादा खाएं। सब्जियां ज्यादा पानी से काटें। बाहर का कुछ न खाएं।