पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है। इनमें कपड़े का दाग लगने के डर से लेकर थकान तक शामिल हैं। इन दिनों महिलाओं के मूड स्विंग्स भी होते हैं। शरीर थका हुआ महसूस होता है।
पीरियड्स में दर्द सामान्य है, लेकिन क्या हो जब दर्द असहनीय हो जाए? अत्यधिक दर्द का कारण हमारी कुछ छोटी-छोटी गलतियां भी होती हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको उन गलतियों के बारे में बताएंगे, जिनके कारण दर्द बढ़ सकता है।
क्या शुगर इनटेक बढ़ा सकता है पीरियड का दर्द
पीरियड्स के दौरान दर्द होना सामान्य है, लेकिन आपकी गलतियों के कारण दर्द बढ़ सकता है। इसलिए आपको पता होना चाहिए कि इन दिनों किन चीजों का सेवन करना चाहिए। साथ ही, कौन सी चीजें शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है।
पीरियड्स होने पर शुगर इनटेक कम करें। केक, चॉकलेट और बिस्किट कम से कम खाएं। इसके कारण ब्लोटिंग, क्रैंप्स और मूड स्विंग्स हो सकते हैं। अगर आपको मीठे में कुछ खाना है, तो फलों का सेवन करें। इसके अलावा, आप फ्रूट जूस या मिनरल वाटर भी पी सकती हैं।
अक्सर लोगों को यह लगता है कि पीरियड्स में चाय और कॉफी पीने से फायदा होता है। इन दोनों चीजों में कैफीन पाया जाता है, जो पीरियड्स के दौरान दर्द को बढ़ा सकता है। इसलिए पीरियड्स में कैफीन की अधिक मात्रा शरीर को नुकसान पहुंचाती है।
क्या पीरियड्स में पर्याप्त आराम न करने से दर्द बढ़ता है?
पीरियड्स होने पर शरीर को पर्याप्त आराम की जरूरत होती है। इन दिनों आपको अच्छे से सोना चाहिए। आराम की कमी के चलते शरीर में थकान महसूस होती है। ऐसे में केवल शरीर में दर्द होगा बल्कि यह पीरियड पेन को भी बढ़ा सकता है। इसलिए कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लें। रात को सोते वक्त ढीले कपड़े पहनें, ताकि शरीर बंधा हुआ न लगे।
पीरियड्स में नमक का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए?
पीरियड्स के दौरान क्रेविंग्स बेहद ज्यादा होती है। मन तरह-तरह की चटपटी चीजें खाने का करता है। इस समय आपको नमक का सेवन कम करना चाहिए, क्योंकि नमक शरीर में पानी को सोख लेता है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या के साथ-साथ पेट में दर्द बढ़ सकता है।
दर्द के अलावा, सूजन भी होने लगती है। इसलिए बाजार में मिलने वाले सॉल्टेड फूड्स से दूरी बनाएं। चटपटा खाने से भी बचें। इसके कारण पेट और छाती में जलन होने लगती है। इसके कारण दर्द बढ़ने लगता है।
पीरियड्स में क्यों नहीं खानी चाहिए अधिक दवाई?
पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाओं को अहसनीय दर्द होता है। ऐसे में वह दवाई का सेवन करती हैं। पेनकिलर दर्द को कम कर देते हैं, लेकिन ज्यादा दवाई खाने से परेशानी हो सकती है। इसलिए दवाई के बजाय आपको घरेलू नुस्खों का सहारा लेना चाहिए। हॉट वाटर बोतल का इस्तेमाल करें। गर्माहट मसल्स टेंशन को कम करने में मदद करती है। गर्मी से ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है, जिससे सूजन कम हो सकती है। (पीरियड्स के दर्द को कम कैसे करें)
पीरियड पेन को कम करने के तरीके
अगर आप चाहती हैं कि पीरियड्स के दौरान दर्द कम हो तो सिगरेट न पीएं। इस आदत के कारण दर्द बढ़ सकता है, क्योंकि यह पेल्विक एरिया में ऑक्सीजन की सप्लाई को कम कर देता है।
डाइट में बदलाव लाकर आप स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की परेशानियों से बच सकती हैं। पीरियड पेन में राहत पाने के लिए अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर चीजें शामिल करें। साथ ही, सलाद और सब्जियां भी खाएं।
डेली डाइट में विटामिन ई सप्लीमेंट्स शामिल करें। यह दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
एक्सरसाइज जरूर करें। रोजाना कम से कम आधे घंटे तक एक्सरसाइज करें। लाइट से लेकर हैवी एक्सराइज तक जाएं। सुबह वॉक करने से भी फायदा होगा।
पीरियड्स के दौरान अक्सर भूख का पता नहीं चलता है। ऐसे में ज्यादातर महिलाएं मील स्किप कर देती हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। इन दिनों शरीर को बेहद एनर्जी की जरूरत होती है, ताकि शरीर सही तरीके से काम कर सके। खाना न खाने से शरीर को ऊर्जा नहीं मिलेगी। इसलिए पर्याप्त डाइट लें।
पीरियड्स में हाइजीन का भी खास ध्यान रखना चाहिए। एक ही पैड या टैम्पोन का लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे इंफेक्शन की समस्या हो सकती है। फ्लो के अनुसार पैड बदलें। आप चाहें, तो मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग कर सकती हैं। इसके इस्तेमाल से कपड़े पर खून का दाग नहीं लगेगा। साथ ही, हाइजीन में मेंटेन रहेगा।
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