शरीर को जिंदा रखने के लिए भोजन की जरूरत होती है और भोजन में सभी तरह के पौष्टिक तत्वों का बैलेंस होना जरूरी है. पौष्टिक तत्वों का संतुलन जैसे ही बिगड़ता है, हमारे शरीर में बीमारियों का डेरा बसने लगता है. ओमेगा 3 फैटी एसिड ऐसा ही एक पोषक तत्व है जो शरीर में बहुत कम मात्रा में पाया जाता है लेकिन ओमेगा 3 की कमी के कारण कई बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है. ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी से थकान, कमजोर याददाश्त, ड्राई स्किन, हार्ट प्रोबलम, मूड स्विंग, डिप्रेशन जैसी समस्या बढ़ सकती है. दरअसल, ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रत्येक सेल्स के सेल मेंब्रेन का हिस्सा होता है. यह सेल रिसेप्टर का काम करता है. ओमेगा 3 के कारण ही हार्मोन बनता है और यह ब्लड क्लॉटिंग, कंस्ट्रेशन और रिलेक्शेसन को रेगुलेट करता है. ओमेगा 3 के कारण है हार्ट की धमनियां और दीवाल को संकुचित होने में मदद मिलता है. इसके अलावा यह हार्ट के मसल्स में सूजन नहीं होने देता.
ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी के लक्षण
स्किन ड्राईनेस–हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक अगर शरीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी हो जाए तो इसका पहला संकेत स्किन पर दिखने लगता है. इससे स्किन सूखी होने लगती है और इरिटेट करने लगती है. कुछ मामलों में कील-मुंहासे भी निकलने लगते हैं. ओमेगा 3 स्किन को बांध कर रखता है और इसमें माइश्चर को खत्म होने से बचाता है. इसकी कमी से कई तरह की स्किन संबंधी बीमारियां होती है.
डिप्रेशन-ओमेगा 3 ब्रेन का आवश्यक घटक है. इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है जो दिमाग में सूजन होने से रोकता है. ओमेगा 3 दिमागी बीमारी अल्जाइमर, डिमेंशिया और बायोपोलर डिजीज से रक्षा करता है. इसलिए जब शरीर में ओमेगा 3 की कमी होती है तो डिप्रेशन जैसे लक्षण शुरू हो जाते हैं.
ज्वाइंट पेन-उम्र बढ़ने के साथ-साथ ज्वाइंट पेन और स्टीफनेस आम समस्या बन जाती है. इससे अर्थराइटिस हो सकता है. इसमें हड्डी को ढकने वाला कार्टिलेज टूटने लगता है. इस कारण जोड़ों के नीचे सूजन होने लगती है. कुछ रिसर्च में पाया गया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड सप्लीमेंट लेने से ज्वाइंट पेन और स्टीफनेस की समस्या दूर होने लगती है.
बालों में परिवर्तन-ओमेगा 3 स्किन को मॉइश्चर रखने में मदद करता है. यह बालों को हेल्दी रखने में भी मदद करता है. अगर ओमेगा 3 की कमी हो जाए तो इससे बालों का टेक्सचर, घनापन बदलने लगता है.
थकान-ओमेगा 3 की कमी होने से थकान रहने लगती है. वहीं सोने में भी दिक्कत होती है. हालांकि इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं लेकिन रिसर्च में पाया गया है कि अगर ओमेगा 3 का सप्लीमेंट लिया जाए तो थकान दूर होती है और नींद में भी सुधार होता है.
ओमेगा 3 की कमी को कैसे पूरा करें
ओमेगा 3 की कमी को प्लांट बेस्ड फूड जैसे कि अलसी के बीज, चिया सिड्स, अखरोट, सोयाबीन, पालक और स्प्रॉउट का सेवन कर पूरा किया जा सकता है. वहीं नॉन वेज में मछली में ओमेगा3 फैटी एसिड होता है. इसके अलावा कुछ सी फूड, अंडा आदि में भी ओमेगाा 3 फैटी एसिड पाया जाता है.