दुर्गा पूजा पर पारपंरिक बंगाली रसगुल्लों का भोग मां को लगाएं, जाने रेसिपी
हम इस बार आपको बंगाल के पारंपरिक रसगुल्लों की रेसिपी बताने जा रहे हैं, जिसे बनाकर आप मां दुर्गा की पूजा के लिए भोग लगा सकते हैं. यह रेसिपी घर में बहुत कम वक्त में तैयार हो जाएगी. इसके साथ ही इसे बनाना भी आसान है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। किसी भी त्यौहार का पूजा मजा तब तक नहीं होता है जब तक उसमें खाने के लिए मिठाइयों का दौर न चल निकले. मां दूर्गा की पूजा के लिए भी प्रसाद के तौर पर विभिन्न तरह के मिष्ठानों को चढ़ाने की परंपरा रही है. हम इस बार आपको बंगाल के पारंपरिक रसगुल्लों की रेसिपी बताने जा रहे हैं, जिसे बनाकर आप मां दुर्गा की पूजा के लिए भोग लगा सकते हैं. यह रेसिपी घर में बहुत कम वक्त में तैयार हो जाएगी. इसके साथ ही इसे बनाना भी आसान है.
बंगाली रसगुल्ला बनाने की विधि
गाय का दूध – आधा लीटर
भैंस का दूध – ढाई कप
नींबू का रस – डेढ़ टी स्पून
चीनी – 1 कप
पानी – 5 कप
रसगुल्ला बनाने की विधि
बंगाली रसगुल्ला बनाने के लिए सबसे पहले हमें छेना तैयार करना होगा. इसके लिए गाय और भैंस के दूध को एक गहरे नॉन स्टिक पैन में मिलाकर उबालें. उबलने पर आंच बंद कर दें और बीच-बीच में हिलाते हुए 1 मिनट तक इंतजार करें. फिर इसमें धीरे-धीरे नींबू का रस मिलाकर हिलाएं. दूध को फटने के लिए आधा मिनट तक रहने दें. इसके बाद दूध फट जाएगा और निकला हुआ पानी अलग हो जाएगा.
अब एक मलमल का कपड़ा लेकर फटे दूध को छान लें. अब छेना बच गया है. इसे मलमल के कपड़े को ताजे पानी की कटोरी में रखें और इसे 2 से 3 बार धो लें. छेने में मौजूद अतिरिक्त पानी को निकालने के लिए इसे लगभग आधा घंटे तक कपड़े में बांधकर लटका दें.
अब स्टीमर/प्रेशर कुकर में 5 कप पानी डालें और इसमें चीनी डालकर बीच-बीच में हिलाते हुए उबालें. इससे चीनी पूरी तरह से पानी में घुल जाएगी. इसी बीच छेने से पानी को निकालने के लिए मलमल के कपड़े को निचोड़ लें. अब एक समतल सतह पर मलमल का कपड़ा रखकर खोलें. अब 4-5 मिनट बाद जब छेने को अपने हाथों से गूथें या फिर तब तक जब तक कि छेना मुलायम न हो जाए.
अब जिस आकार के रसगुल्ले चाहते हैं उस हिसाब से छेने को समान भाग में विभाजित कर लें और अपनी हथेलियों के बीच में रखकर उन्हें गोल आकार दें. अब छेना के गोलों को चीनी के पानी में डालकर 8-10 मिनट के लिए स्टीम कर लें. इस दौरान इसे ढंककर रख दें. अब आंच बंद कर दें और इसे 15 मिनट तक रखे रहने दें. अबरसगुल्लों को निकालकर ठंडा कर दें. अब मां दुर्गा के प्रसाद के लिए रसगुल्ले पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं.