हाई ब्लडप्रेशर ही नहीं लो ब्लड प्रेशर भी होता है खतरनाक, इस तरह से करें मैनेज

, इस तरह से करें मैनेज

Update: 2023-09-26 11:09 GMT
लो बीपी यानी की हाइपोटेंशन को अक्सर हम नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन बीपी का लो रहना कम खतरनाक नहीं होता है। समय रहते लो बीपी के लक्षणों को पहचानना और इसे मैनेज करने के लिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करना बेहद जरूरी है। अक्सर लो बीपी के लक्षण जल्दी दिखाई नहीं देते हैं जिसकी वजह से शुरुआत में इसे पहचान पाना मुश्किल होता है। स्वस्थ वयस्कों में बीपी का लेवल 120/80 mmHg या उसके आस-पास होना चाहिए। अगर आपका बीपी 90/60 mmHg से कम है तो इसे लो बीपी माना जाता है। मेडिकल टर्म्स में इसे हाइपोटेंशन कहा जाता है। लो बीपी के कई कारण हो सकते है।
लो बीपी को हाइपोटेंशन भी कहा जाता है। अगर किसी व्यक्ति के ब्लड प्रेशर की रीडिंग 80 और 60 से कम है, तो वह लो ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आता है। बीपी लो होने पर व्यक्ति को बेहोशी, धुंधला दिखना, उल्टी आना, थकान, सांस की दिक्कत और एकाग्रता में कमी होने लगती है। अच्छी बात यह है कि इस समस्या को दो खास योगासनों की मदद से कंट्रोल किया जा सकता है।
लो बीपी के कारण
लो बीपी के कारणों का पता लगाना कई बार बहुत मुश्किल होता है। जिस वजह से शुरुआती स्टेज में इसे पकड़ पाने में समस्या आती है। ये कुछ कारण हैं जिनसे बीपी लो हो सकता है।
शरीर में पानी की कमी होना
अधिक तनाव
लंबे वक्त तक भूखा रहना
कुछ मेडिकल कंडीशन्स
अनहेल्दी लाइफस्टाइल
गंभीर चोट या सर्जरी
लो बीपी के लक्षण
कई बार व्यक्ति में लो बीपी के कोई भी लक्षण नजर नहीं आते हैं लेकिन समय के साथ कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं जो लो बीपी की तरफ इशारा करते हैं।
चक्कर आना
धुंधला दिखाई देना
बेहोश हो जाना
हाथ-पैरों का ठंडा होना
बहुत ज्यादा कमजोरी या थकान महसूस होना
खतरनाक होता है लो बीपी
अगर आपका बीपी लंबे वक्त तक सामान्य लेवल से कम रहने लगे तो आपको सतर्क होने की जरूरत है। लो बीपी, हाई बीपी की तरह ही खतरनाक होता है। बीपी कम होने पर शरीर के अंगों में खून ठीक से नहीं पहुंच पाता है। ऐसे में हार्ट अटैक, स्ट्रोक और भी कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
लो बीपी के कारण होने वाली समस्याएं
ब्लड प्रेशर लो होने पर फेफड़ों, ब्रेन और किडनी में खून की सप्लाई नहीं हो पाती है। जिसके वजह से शरीर के सभी अंग अच्छी तरह से काम नहीं कर पाते हैं। लो ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक, एनीमिया, ब्लड इंफेक्शन, डिहाइड्रेशन, थायराइड, स्ट्रेस और ब्रेन स्ट्रोक का भी कारण बन सकता है।
लो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए तरीके
प्राणायाम-कपालभाति
कपालभाति करने के लिए सबसे पहले योग मैट पर सुखासन में बैठकर अपनी रीढ़ की हड्डी को बिल्कुल सीधा रखें। अब दोनों हथेलियों को आकाश की तरफ घुटने पर रखते हुए लंबी गहरी सांस लें। अब सांस छोड़ते हुए पेट को अंदर की तरफ खींचें। इस प्राणायाम को अपनी क्षमतानुसार कर सकते हैं। इसका नियमित अभ्यास ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करेगा।
भ्रामरी प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले पद्मासन या सिद्धासन में बैठकर अपनी दोनों आंखें बंद करके अपने दोनों अंगूठों से कान बंद कर लें। अब अपनी तर्जनी उंगुली को माथे पर रखते हुए बाकि उंगुलियों को आंखों पर रखें। अब मुहं बंद करके लंबी गहरी सांस लें। सांस छोड़ते समय गुनगुनाने वाली आवाज निकालें। इस प्राणायाम का अभ्यास करने से लो बीपी की समस्या में सुधार होता है।
सलाह
बीपी को कंट्रोल करने के लिए आप शशकासन, कोणासन, तिर्यक ताड़ासन, ताड़ासन और सूर्य नमस्कार का अभ्यास भी कर सकते हैं। हालांकि, किसी भी प्राणायाम को करने से पहले योगा एक्सपर्ट की राय जरूर लें।
इसके अतिरिक्त इस तरह से भी किया जा सकता है नियंत्रित
ब्लड प्रेशर को सही तरह से रेगुलेट करने में हमारी डाइट और लाइफस्टाइल की अहम भूमिका है। अगर आपका बीपी लो रहता है तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए जिससे ब्लड प्रेशर का लेवल मैनेज रहे।
शरीर को हाइड्रेट रखें। दिन में कम से कम 7-8 गिलास पानी पिएं।
बीपी लेवल को सही रखने के लिए नमक बहुत जरूरी है। अगर आपका बीपी लो रहता है तो खाने में सोडियम की मात्रा को बढ़ाएं।
कैफीन युक्त चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें। ये बीपी को तुरंत बढ़ाती हैं।
मौसमी फलों और सब्जियों को जरूर खाएं।
अगर आपका बीपी ज्यादातर लो रहता है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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