बच्चों को जरूर सिखाएं इंटरनेट के इस्तेमाल से जुड़ी यह जानकारी, नहीं भटकेंगे रास्ता
यह जानकारी, नहीं भटकेंगे रास्ता
आजकल का समय इंटरनेट यानि डिजिटल का है जो कि हमारी जिंदगी का एक बहुत ही अहम हिस्सा बन चुका है। ऑफिस वर्क से लेकर सोशल मीडिया यूज करने तक लोग अपना अधिकतर समय इंटरनेट पर ही व्यतीत करते हैं। आजकल बड़े तो क्या बच्चों का भी अपना ज्यादातर समय इंटरनेट पर ही बीतता हैं। बच्चे इंटरनेट में गेम्स, मूवी, कार्टून के साथ सोशल मीडिया का भी जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में आपको ध्यान रखना होता हैं कि सही तरीके से इंटरनेट का इस्तेमाल करना आता है या फिर कहीं वो इंटरनेट से गलत रास्ते पर तो नहीं जा रहे। अगर आपका बच्चा भी इंटरनेट पर ज्यादा समय बिताता है तो ऐसे में बच्चों को इंटरनेट से जुड़ी कुछ सेफ्टी टिप्स देकर आप उन्हें स्मार्टनेस के साथ इंटरनेट का बेहतर इस्तेमाल करना सिखा सकते हैं। आइये जानते है इन टिप्स के बारे में...
इंटरनेट चलाने का एक समय तय करें
बच्चों को एक तरीके से हमेशा फोन दिए रहना सही नहीं, बच्चों को जब उसकी जरूरत हो तब उन्हें फोन देना चाहिए। बच्चों को इंटरनेट का इस्तेमाल करने के किए एक समय तय करें जिससे कि वो उसी समय इंटरनेट का इस्तेमाल करें। कई ऐप और प्लेटफार्म सुरक्षित ब्राउजिंग की आदतों को प्रोत्साहित करने के लिए अब 'चाइल्ड फिल्टर' या टाइमर के साथ आते हैं। वहीं, अगर आप बच्चों के हाथ में फोन सौंपते हैं तो उनके लिए दिन में एक समय तय रखें और उसके बाद उनसे फोन ले लें।
ऐप पर कंट्रोल करें
बच्चों की सोशल मीडिया एक्टिविटीज पर नजर रखने के लिए आप पैरेंटल कंट्रोल की मदद ले सकते हैं। बता दें कि यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पैरेंटल कंट्रोल का ऑप्शन ऑन कर आप बच्चों की गतिविधियों को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं और उन्हें गलत चीजें देखने से रोक सकते हैं।
अकेले न करने दें ब्राउज
कई बार ज़रूरी काम ख़त्म होते ही या फिर ऐसे ही बच्चे नेट खोलकर देखने लगते हैं। ऐसे में उन्हें इस काम के लिए रोकना चाहिए। कई बार बच्चे अनचाहे पेज को खोलकर देखने लगते हैं। उनकी इस गतिविधि पर आपको निगरानी रखनी चाहिए। इसके अलावा ये भी बताना चाहिए कि इंटरनेट की दुनिया किसी भी व्यक्ति और बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है।
ऑनलाइन दोस्तों से दूरी अच्छी
इंटरनेट की दुनिया असल दुनिया से काफी अलग होती है। बच्चों को सिखाएं कि वो इस दुनिया में खुद को शामिल ना करें। वो अपने ऑनलाइन दोस्तों से दूरी ही बनाकर रहें। उनसे असल में मिलने के लिए कभी हामी ना भरे। क्योंकि ऑनलाइन दोस्त कभी भी विश्वनीय नहीं होते।
उनके अकाउंट की प्राइवेसी चेक करें
आज के दौर में सोशल मीडिया लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने और जानकारी प्राप्त करने का एक अच्छा और सुरक्षित तरीका होता है, बच्चे भी आजकल सोशल मीडिया पर अकाउंट तुरंत बना लेते हैं। मगर आपको उनके अकाउंट पर ध्यान देने की आवश्यकता है। ऐसे में जब वो सोशल मीडिया पर ऑनलाइन जाते हैं, आप उनके साथ बैठकर देख सकते हैं। साथ ही आप उन्हें हैकिंग की घटनाओं से भी बचा सकते हैं।
बच्चों को इंटरनेट सेफ्टी टिप्स दें
अगर बच्चे इंटरनेट पर काफी टाइम स्पेंड करते हैं तो उन्हें इंटरनेट के सेफ्टी टिप्स से वाकिफ कराना जरूरी होता है। ऐसे में आप बच्चों को इंटरनेट के साइड इफेक्ट के बारे में बता सकते हैं। साथ ही बच्चों को वायरस, मैलवेयर, साइबर क्राइम और ऑनलाइन पेमेंट से जुड़े फ्रॉड से अवगत कराकर स्मार्टनेस के साथ इंटरनेट यूज करना भी सिखा सकते हैं।
संवेदनशील जानकारी पोस्ट करने से मना करें
आमतौर पर बच्चों को संवेदनशील जानकारी जैसी चीजों के बारे में जानकारी नहीं होती है, जिसके कारण उन्हें जो भी अच्छा लगता है वो उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देते हैं। लेकिन आपको उन्हें ये बताना चाहिए कि कभी भी निजी, संवेदनशील जानकारी ऑनलाइन पोस्ट करना सही नहीं होता। अपने बच्चों को संवेदनशील जानकारी जैसे कि पता, जिस स्थान पर वे रहते हैं, जिस स्कूल में वे जाते हैं या अन्य निजी जानकारी ऑनलाइन देते हैं, जो आपके पारिवारिक जीवन को खतरे में भी डाल सकते हैं।