मेडिटेशन से बनाएं शरीर और दिमाग को मजबूत...जाने करने का सही तरीका

आध्यात्मिकता की कोई एक परिभाषा नहीं है क्योंकि ये हर व्यक्ति के लिए एक- दूसरे से अलग है.

Update: 2021-04-26 05:48 GMT

आध्यात्मिकता की कोई एक परिभाषा नहीं है क्योंकि ये हर व्यक्ति के लिए एक- दूसरे से अलग है. सिर्फ भगवान और पूजा पाठ की चीजों को आध्यात्मिकता से जोड़ा कर नहीं देखा जाता है. एक रिसर्च के मुताबिक योगा, मेडिटेशन, प्रार्थना करना भी आध्यात्मिकता का हिस्सा है जो हमारे मानसिक विकास के लिए बहुत फायदेमंद है. आइए जानते हैं आध्यात्म के जरिए शरीर और दिमाग को स्वस्थ कैसे रख सकते हैं.

स्ट्रेस दूर करें
तनाव हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है. हम छोटी- छोटी बातों पर स्ट्रेस लेते हैं जैसे कि डेडलाइन, ईएमआई, बिल्स, रिलेशनशिप प्रॉब्लम, फैमिली की समस्याएं आदि. इसका असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है. आप आध्यात्म के जरिए रिलेक्स और शांत रह सकते हैं. आप योग का साहरा लें सकते हैं. योग आपके दिमाग को एक्टिव रखने के साथ- साथ तनाव से भी दूर रखता है. डिप्रेशन से उबरने के लिए आप रोजाना योग और मेडिटेशन करें.

इसके अलावा घर के एक हिस्से में कुछ देर के लिए बैठें और जीवन की परेशानियों को बिना किसी तनाव के सोचें. ऐसे करने से मानसिक तनाव से दूर रहेंगे. इस प्रकिया तो करने से डिप्रेशन से बचे रहेंगे.
ज्यादा लंबा जीवित रहेंगे
कई स्टडी में पाया गया कि दो लोग दान – धर्म करते हैं वो ज्यादा लंबे समय तक जीवित रहते हैं. उन लोगों को हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य बीमारियां का खतरा कम होता है.
ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होती
एक रिसर्च में कहा गया कि जो लोग आध्यात्मिक रूप से एक्टिव रहते हैं उन्हें ब्लड प्रेशर की परेशानी नहीं होती है. तनाव और हाई ब्लड प्रेशर एक- दूसरे से जुड़े हुए हैं. जब आप धार्मिक गतिविधियां करने लगते हैं. इससे आपका मन शांत रहता है और धीरे- धीरे ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होती है.
सामाजिक संबंध को बेहतर बनाता है
आध्यात्मिक गतिविधी आपके संबंधों और सामाजिक संबंधों को बेहतर बनाती है. इसकी वजह से आप नए लोगों से मिलते हैं. अच्छे रिश्ते आपको खुशी और शांति देते हैं.


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