Lifestyle: जरुरत से ज्यादा विटामिन डी का इस्तेमाल करने से होते है ये 5 नुकसान
लक्षण दीखते ही तुरंत करायें उपचार
लाइफस्टाइल: बड़े बुजुर्ग अकसर इस कहावत का इस्तेमाल घर के बच्चों को समझाने के लिए बरसों से करते आए हैं कि 'अति हर चीज की बुरी होती है',फिर चाहे वो चीज सेहत के लिए कितनी ही अच्छी क्यों ना हो। यही फॉर्मूला शरीर के लिए आवश्यक विटामिन्स पर भी फिट बैठता है। सेहत के लिए जरूरी ऐसे ही एक विटामिन का नाम विटामिन डी है। विटामिन डी शरीर में हार्मोन के रूप में कार्य करके आंत में कैल्शियम के अवशोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इतना ही नहीं, यह इम्यूनिटी को बूस्ट करके मांसपेशियों के कार्य को भी आसान बनाता है।
इसमें मौजूद न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण मस्तिष्क की कोशिकाओं की गतिविधि को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। सेहत के लिए इतना फायदेमंद होने के बावजूद क्या आप जानते हैं जरूरत से ज्यादा विटामिन डी का सेवन करने पर व्यक्ति को फायदे की जगह सेहत से जुड़े कई गंभीर नुकसान भी हो सकते हैं। जिसमें हड्डियों की सेहत से लेकर मानसिक स्वास्थ्य तक गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कैसे पता करें कि आप अपनी डाइट में ले रहे हैं जरूरत से ज्यादा विटामिन डी।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ: विशेषज्ञों के अनुसार, कई महीनों तक प्रतिदिन 60,000 अंतर्राष्ट्रीय यूनिट (आईयू) विटामिन डी लेने से शरीर में विषाक्तता हो सकती है। आरडीए के अनुसार अधिकांश वयस्कों को प्रति दिन 600 आईयू विटामिन डी की जरूरत होती है। जरूरत से ज्यादा विटामिन डी लेने से शरीर में विटामिन डी की विषाक्तता हो सकती है, जिसे हाइपरविटामिनोसिस भी कहा जाता है।
भूख का कम होना: शरीर में विटामिन डी की अधिकता की वजह से व्यक्ति की भूख में कमी आ सकती है। दरअसल, विटामिन डी की अधिकता की वजह से रक्त में कैल्शियम की मात्रा जमने लगती है। जिसे हाइपरकैल्सीमिया भी कहा जाता है। जिसकी वजह से व्यक्ति में मतली, उल्टी, कमजोरी और भूख ना लगने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। ये लक्षण दिखने पर विटामिन डी का टेस्ट जरूरी करवाएं।
अनियमित मल त्याग: शरीर में विटामिन डी की विषाक्तता होने पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण जैसे कब्ज नजर आ सकते हैं। शरीर में कैल्शियम कार्बोनेट की अधिकता अनियमित मल त्याग का कारण भी बन सकती है।
सुस्ती महसूस होना: अत्यधिक विटामिन डी का सेवन करने से होने वाले हाइपरकैल्सीमिया में थकान और सुस्ती महसूस हो सकती है। यह थकान और ऊर्जा की कमी आपकी दैनिक गतिविधियों में बाधा डाल सकती है।
बार-बार पेशाब जाना: विटामिन डी की अधिक मात्रा लेने से व्यक्ति में बार-बार पेशाब जाने का लक्षण भी नजर आ सकता है। हालांकि, इसे मधुमेह और किडनी से जुड़ी समस्याओं का संकेत अधिक माना जाता है।
कैंसर का खतरा: विशेषज्ञों के अनुसार शरीर में अतिरिक्त विटामिन डी कैंसर, हृदय संबंधी समस्याओं और यहां तक कि हड्डी टूटने का खतरा भी बढ़ा सकता है।