फैशनेबल ज्वेलरी पहने
आप अपनी पुरानी सिल्क साड़ी को नया लुक देने के लिए आजकल के चलन वाली कोई फैशनेबल ज्वेलरी पहन सकती हैं। आपको बाजार में ज्वेलरी की बहुत अच्छी वैरायटी मिल जाएगी।
ब्रालेट ब्लाउज के साथ पहने
आजकल ब्रालेट ब्लाउज का फैशन काफी ट्रेंड में है। इस तरह के ब्लाउज सिल्क साड़ी की मैचिंग के हों, यह जरूरी नहीं है। लेकिन आप साड़ी के साथ ब्लैक, गोल्डन, व्हाइट या सिल्वर कलर का ब्रालेट ब्लाउज पहन सकती हैं, जो आपको बाजार से रेडीमेड मिल सकता है।
हैवी चोकर सेट के साथ पहने
अगर आपकी सिल्क साड़ी काफी हैवी है, तो उसे नया अंदाज देने के लिए हैवी चोकर सेट कैरी करें। बाजार में आपको चोकर सेट में कई तरह की वैरायटी मिल जाएंगी। जाहिर है, इस तरह की साड़ी आप किसी वेडिंग फंक्शन या फिर फेस्टिवल में ही पहनेंगी।
प्रिंटेड ब्लाउज के साथ पहनें
इस तस्वीर में बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने प्रिंटेड ब्लाउज के साथ लाइट वेट सिल्क साड़ी पहनी है।
डिजाइनर ब्लाउज के साथ पहने सिल्क साड़ी बेशक कितनी भी पुरानी हो, अगर उसे डिजाइनर नेकलाइन वाले ब्लाउज के साथ कैरी किया जाए, तो उसमें नयापन आ ही जाता है। इस तस्वीर में काजोल ने भी हाई नेक वी-कॉलर ब्लाउज के साथ सिल्क साड़ी पहनी है।
क्रॉप जैकेट के साथ पहने
आप अपनी पुरानी सिल्क साड़ी को नया अंदाज देने के लिए मैचिंग की क्रॉप जैकेट, श्रग या फिर केप भी बनवा सकती हैं। आजकल ये तीनों ही फैशन में हैं।
साड़ी के साथ कमरबंद पहने
अगर आप किसी त्योहार या फिर वेडिंग फंक्शन में अपनी पुरानी सिल्क साड़ी पहनने जा रही हैं, तो एक सुंदर सा कमरबंद पहन कर आप अपने लुक को और भी बेहतर बना सकती हैं।
प्लेन सिल्क साड़ी को यूं करें स्टाइल
पहले के जमाने में सिल्क साड़ी पर बहुत अधिक काम नहीं होता था। इस तरह की साड़ी अब बहुत ही मुश्किल से मिल पाती हैं। अगर आपके पास ऐसी साड़ी है, तो उसे आप मोतियों के सुंदर हार और चोकर से स्टाइल कर सकती हैं।
पैंट साड़ी लुक दें
इस तस्वीर में बॉलीवुड एक्ट्रेस रेखा ने कांजीवरम सिल्क साड़ी को पैंट साड़ी लुक देने के लिए स्टाइलिश अंदाज में ड्रेप किया है। आप अपनी पुरानी सिल्क साड़ी को अलग अंदाज में ड्रेप करके भी डीसेंट लुक पा सकती हैं।
पल्लू ड्रेपिंग पर दें ध्यान
आपकी पुरानी सिल्क साड़ी का पल्लू खूबसूरत है, तो उसे जरूर फ्लॉन्ट करें। साड़ियां भारतीय महिलाओं की पहली पसंद होती है। साडी भारतीय संस्कृति का प्रतीक होती है । हमे अधिकतर साड़ियां शादियों में मिलती है या हमारी नानी दादी के वार्डरॉब से, जिन्हें हम कुछ दिनों तक पहन कर सोचने लगते है कि अब इनका क्या करें? वो अलमारी में पड़ी पड़ी जगह घेरती रहती है