जानें क्यों पोहा खाना, चावल से हैं बेहतर

नाश्ते में अब लोग एक ऐसी चीज भी ट्राई करने लगे हैं, जो टेस्टी होने के साथ-साथ पौष्टिक भी होती है.

Update: 2022-06-04 10:51 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नाश्ते में अब लोग एक ऐसी चीज भी ट्राई करने लगे हैं, जो टेस्टी होने के साथ-साथ पौष्टिक भी होती है. हम बात कर रह हैं पोहा की, जिसे भारत के अधिकतर हिस्सों में नाश्ते के रूप में खाया जाता है. पोहा ( Poha health benefits ) खाने का चलन सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में देखने को मिलता है. दिल्ली व अन्य जगहों पर लोग इंदौरी पोहा के नाम से स्टॉल तक लगाने लगे हैं. कुछ लोग सलाद और स्प्राउट्स को इसके साथ शामिल करके इसे लंच में खाते हैं. देखा जाए, तो चावल ( Rice side effects ) के मुकाबले पोहा ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. कुछ लोगों चावल खाना पसंद करते हैं, लेकिन इसमें गुणों के साथ कुछ खामियां भी होती हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकती हैं.

जो लोग वजह घटाना चाहते हैं, उन्हें भी एक्सपर्ट्स पोहे का सेवन करने की सलाह देते हैं. पोहा एक ऐसा देसी फूड है, जो स्वाद और स्वास्थ्य के बीच एक बेहतरीन बैलेंस बनाता है. हम आपको बताने जा रहे हैं कि क्यों पोहा, चावल से बेहतर हैं और आप इससे क्या-क्या लाभ पा सकते हैं.
प्रोबायोटिक लाभ
पोहे की बड़ी खासियत है कि इसे फर्मेंटेशन की प्रक्रिया से बनाया जाता है और इसमें गुड़ बैक्टीरिया होता है. ऐसे बैक्टीरिया प्रोटीन और कार्ब्स के मेटाबॉलिज्म से पैदा होता है और इससे आंतों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है. ये फायदा आपको सफेद चावल से नहीं मिलेगा. आप चाहे तो नाश्ते के बजाय लंच में भी इसे खा सकते हैं और खास बात है कि बच्चे भी इसे बड़े चाव से खाते हैं.
आयरन
पोहे को आयरन का बेस्ट सोर्स माना जाता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि प्रेगनेंट लेडीज अगर शरीर में आयरन की मात्रा को ठीक रखना चाहती हैं, तो उन्हें रोजाना सही मात्रा में पोहे का सेवन करना चाहिए. साथ ही इसमें अगर नींबू का प्रयोग किया जाए, तो ऐसे में कुछ मात्रा में विटामिन सी भी हासिल किया जा सकता है.
शुगर लेवल करता है कंट्रोल
पोहे की खासियत है कि ये शरीर के ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने की क्षमता रखता है, जबकि चावल में मौजूद स्टार्च इस लेवल को बढ़ा देता है. इसी कारण डायबिटीज के मरीजों को चावल न खाने या इसका कम सेवन करने की सलाह दी जाती है. पोहे को अगर देसी अंदाज में बनाया जाए, तो ये और फायदेमंद साबित हो सकता है. दरअसल, इसमें सब्जियों का यूज और सरसों के तेल में बनाने से ये और भी स्वादिष्ट और पौष्टिक बन जाता है.
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