जानें डायबिटीज रोगियों को क्या नहीं खाना चाहिए और किनसे परहेज करना चाहिए
मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को अपने खानपान के साथ ही जीवनशैली में भी बदलाव करने की आवश्यकता होती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को अपने खानपान के साथ ही जीवनशैली में भी बदलाव करने की आवश्यकता होती है। डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है लेकिन अपने डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करके बढ़ते हुए ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज के मरीजों को अपने डाइट में फलों और सब्जियों के चयन को लेकर बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता होती है।
डायबिटीज के मरीजों को अपने सुबह के नाश्ते के साथ अपने रात के डिनर का चार्ट बना लेना चाहिए, चूंकि डायबिटीज के मरीजों को नाश्ते से लेकर डिनर तक अपने डाइट में बहुत सी चीजों से परहेज करना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक बहुत से ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ा सकते हैं। इसलिए मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को नाश्ते में हेल्थी फूड्स लेने चाहिए ताकि उनका ब्लड शुगर स्तर सामान्य बना रहे। ऐसे में आइये जानते हैं मरीजों को नाश्ते में क्या नहीं खाना चाहिए और किनसे परहेज करना चाहिए-
सुबह की शुरुआत: आचार्य श्री बालकृष्ण के अनुसार डायबिटीज रोगियों को सुबह की शुरुआत एक गिलास पानी में आधा चम्मच मेथी पाउडर मिलाकर पीने से करनी चाहिए। इसके अलावा, पूरी रात एक गिलास पानी में भिगोए गए जौ को सुबह छानकर पीया जा सकता है। इसके घंटे भर बाद मरीज शुगर फ्री चाय के साथ नमकीन बिस्किट खाएं।
इनका करें सेवन: टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों को नाश्ते में बादाम का सेवन करना चाहिए इससे उनका ग्लाइसीमिक कंट्रोल में रहता है। बादाम लिपिड प्रोफाइल ठीक रखने में मदद करता है। इसके अलावा मधुमेह के मरीजों को मौसमी फलों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा कम मीठे फलों का सेवन करना उत्तम रहेगा।
भूलकर भी न करें इनका सेवन: मधुमेह के मरीजों को सुबह के नाश्ते में किसी भी तरह के जूस का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा चाय, कॉफी, किसी भी प्रकार से चॉकलेट्स, पेस्ट्रीज, प्रोसेस्ड फूड्स भूलकर भी न शामिल करें। इसके अलावा नाश्ते में आटे से बने ब्रेड से भी परहेज करना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, अपने खान-पान की आदतों में सुधार कर, मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति अपने ब्लड शुगर लेवल को मैनेज कर सकते हैं।
उम्र के हिसाब से शुगर लेवल कितना होना चाहिए?
डायबिटीज के मरीजों की उम्र अगर 40-50 साल है तो फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल 90 से 130 mg/dL हो सकता है। वहीं लंच के बाद ब्लड शुगर लेवल 140 mg/dl से कम होना चाहिए। वहीं डिनर के बाद 150 mg/dl का ब्लड शुगर लेवल सामान्य श्रेणी में आता है। इसी तरह 50-60 साल की उम्र वालों के लिए फास्टिंग शुगर लेवल 90 से 130 mg/dL होना चाहिए।
शुगर में गुड़ खा सकते हैं क्या?
कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सीमित मात्रा में चीनी की जगह गुड़ का उपयोग किया जा सकता है। जबकि आयुर्वेद के अनुसार, डायबीटीज यानी मधुमेह के मरीजों को गुड़ नहीं खाना चाहिए। फेफड़ों के इंफेक्शन, गला खराब होने, माइग्रेन और अस्थमा की समस्या में गुड़ खा सकते हैं, लेकिन मधुमेह की समस्या में गुड़ न खाएं।