जानिए डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर के क्या हैं लक्षण और बचाव
आधुनिक समय में हर कोई खूबसूरत दिखना चाहता है। इसके लिए लोग सभी जतन करते हैं। नाना प्रकार के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं।
आसान शब्दों में कहें तो खूबसूरत दिखने के लिए अपने अंगों में दोष निकालना बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर है। विशेषज्ञों की मानें तो शरीर की बनावट प्रकृति की देन है। इनमें अंतर हो सकता है। किसी की नाक बड़ी होती है, किसी के होंठ मोठे होते हैं तो किसी की त्वचा सांवली होती है। साथ ही चेहरे पर दाग-धब्बे, मोटापा आदि भी बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर के कारण हो सकते हैं। इनके लिए हर समय अपने शरीर को देखना एक तरह की सनक है। अगर आपमें भी इस तरह की कमी है, तो इससे बचने की कोशिश करें। आइए, बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर के लक्षण और बचाव जानते हैं-
डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर के लक्षण
-अपने शरीर की बनावट की तुलना किसी अन्य से करना
-अपने अंगों में दोष निकालना
-शरीर की बनावट से द्वेष करना
-नकारात्मक सोच रखना
-अपने चेहरे को ढंककर रखना
-एकांत जीवन बिताना
डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर से बचाव
-खुद से प्यार करें और नकारात्मक सोच से दूर रहें।
-अन्य से तुलना करने से बचें।
-अपने आप में अच्छाई ढूंढने की कोशिश करें।
-पसंद की चीजें करें।
-सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें जरूर शेयर करें।
-दोस्तों के साथ समय बिताएं।
-किसी मनोवैज्ञानिक चिकित्सक से भी सलाह ले सकते हैं।
-कुछ नया सीखने की कोशिश करें।
-अपने आप को व्यस्त रखें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।