शहीद दिवस के मौके पर जानिए भगत सिंह के ये क्रांतिकारी विचार
ये बात हर एक भारतीय जानता है कि भारत को आजादी लेने के लिए कितने संघर्ष करने पड़े थे और नाजाने कितने वीर सपूतों ने अपने प्राण इस आजादी की लड़ाई में त्याग दिए थे।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ये बात हर एक भारतीय जानता है कि भारत को आजादी लेने के लिए कितने संघर्ष करने पड़े थे और नाजाने कितने वीर सपूतों ने अपने प्राण इस आजादी की लड़ाई में त्याग दिए थे। इन्हीं में से एक थे शहीद भगत सिंह, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के आगे आजादी का झंडा लिए राष्ट्रवादी आंदोलन चलाए। भगत सिंह के इस शौर्य को देखकर अंग्रेज भी डरे हुए थे। भगत सिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ जब मोर्चा खोला, तो उन्होंने नारा दिया कि 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।' 28 सितंबर 1907 को जन्मे भगत सिंह महज 23 साल की उम्र में हंसते-हंसते फांसी पर चढ़ गए और उनके साथ राजगुरु और सुखदेव को भी अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी पर चढ़ा दिया था। लेकिन भगत सिंह के क्रांतिकारी विचार आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं, तो चलिए इस शहीदी दिवस के मौके पर इन विचारों को जानते हैं और अपनाते भी हैं। आप अगली स्लाइड्स में इन विचारों को जान सकते हैं...