जानिए तिल के लड्डू खाने के फायदे...दिल की बीमारी का खतरा होगा कम...इन परेशानियों में भी है मददगार

सर्दी में मौसमी फल और सब्जी के स्वाद को लेकर काफी उत्साह होता है.

Update: 2020-10-30 02:50 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सर्दी में मौसमी फल और सब्जी के स्वाद को लेकर काफी उत्साह होता है. इसके अलावा, कई डिश जैसे तिल का लड्डू विशेष तौर पर ठंड के मौसम में बनाया जाता है. गुड़ और तिल के इस्तेमाल से तैयार डिश का स्वाद स्वास्थ्य बढ़ाने और शीतलहर के लिए शरीर को तैयार करता है. सर्दी की डाइट में तिल का लड्डू शामिल करने की कई वजह होती है.

दिल की बीमारी का खतरा कम करता है

गतिहीन जीवनशैली का स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ता है. खाने को छोड़ना, जंक फूड का इस्तेमाल और शारीरिक गतिविधि से दूरी दिल के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है. जमा फैट धमनियों को रोकता है और रक्त प्रवाह में बाधा पैदा करता है. तिल का लड्डू अनसैचुरेटेड फैट से भरपूर होता है. अनसैचुरेटेड फैट 'गुड' फैट के नाम से जाना जाता है. गुड फैट दिल के स्वास्थ्य के साथ-साथ एचडीएल कोलेस्ट्रॉल में सुधार करता है. अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो तिल का लड्डू खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें.

हड्डियों को मजबूत बनाने का करता है काम

हड्डियां अंदरुनी अंगों को सुरक्षा देने में मदद करती हैं और शरीर के ढांचे को नियंत्रित करती हैं. कमजोर हड्डियां आपकी जिंदगी को दुश्वार बनाती हैं और परिपूर्णता का फायदा उठाने से रोक सकती हैं. नियमित तिल के लड्डू के सेवन से कैल्शियम की पूर्ति विशेषकर महिलाओं को होती है.

तिल का लड्डू इम्यूनिटी बढ़ाता है

वर्तमान परिस्थिति में जब दुनिया स्वास्थ्य महामारी का सामना कर रही है, हमें अपने इम्यून सिस्टम को पहले के मुकाबला ज्यादा मजबूत करने की जरूरत है. ये सिर्फ उसी वक्त हो सकता है जब हेल्दी फूड का सेवन किया जाए और इसके लिए तिल के लड्डू से बेहतर विकल्प नहीं हो सकता. तिल के लड्डू में कॉपर, जिंक, आयरन, विटामिन बी6, विटामिन ई और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व शामिल होते हैं.

सूजन में राहत पहुंचाने के आता है काम

जलन की अनुभूति असुविधा और तनाव का कारण बन सकती है. सर्दी के मौसम में आप नियमत शीतलक पर निर्भर नहीं रह सकते बल्कि तिल के लड्डू सूजन रोधी फूड की लिस्ट में ऊपर जगह बनाते हैं. मीठी डिश की थोड़ी मात्रा के सेवन से आपको राहत पहुंच सकती है. फिर भी, आपको डॉक्टर से मिलकर सूजन की वजह और इलाज को समझना चाहिए.

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