जानिये वज्रासन करने के फायदे
महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता दूर होती है।
वज्रासन करना बहुत ही आसान है परंतु जिनके पैर या घुटने कड़क है या जो लोग मोटे हैं, उनके लिए इसे करना थोड़ा मुश्किल होगा। यदि आप वज्रासन करना सीख लेते हैं तभी आप सुप्त वज्रासन कर पाएंगे। दोनों के जो फायदे हैं उसे जानकार आपको भी अच्छा लगेगा। हालांकि हर व्यक्ति को वज्रासन करना ही चाहि
वज्रासन करने के फायदे | Benefits of Vajrasana posture:
1. संस्कृत शब्द वज्र का अर्थ होता है कठोर। वज्र को अंग्रेजी में थंडरबोल्ट या डायमंड कहते हैं। इसे करने से पैरों की मांसपेशियां मजबूत बनती है। पैर वज्र के समान हो जाते हैं।
2. यह एक मात्र आसन है जिसे भोजन करने के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। इससे भोजन आसानी से पचता है। वजन कम करने में मददगार है। अपच, गैस, कब्ज इत्यादि विकारों को दूर करता है
3. इससे रीढ़ की हड्डी और कंधे सीधे होते हैं। यह शरीर को सुडौल बनाए रखता है।
4. इससे शरीर में रक्त-संचार समरस होता है और इस प्रकार शिरा के रक्त को धमनी के रक्त में बदलने का रोग नहीं हो पाता। उच्च रक्तचाप कम होता है।
5. वज्रासन में बैठने से शरीर मजबूत और स्थिर बनता है, इसलिए इसका नाम वज्रासन है।
6. महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता दूर होती है।
7. इस आसन में धीरे-धीरे लंबी और गहरी सांस लेने से फेफड़े मजबूत होते हैं।