अक्सर पानी कम पीने के कारण पेशाब का रंग हल्का पीला हो जाता है, जो एक आम समस्या है। दिनभर में अपनी पानी की मात्रा को बढ़ाकर भी आप इस समस्या को ठीक कर सकते हैं, लेकिन कुछ मामलों में पेशाब का रंग आपकी खराब सेहत की ओर इशारा करता है। यूरिन या पेशाब एक ऐसा विषय है जिसके बारे में हम खुलकर बात करना पसंद नहीं करते हैं लेकिन सच तो ये है कि पेशाब का रंग आपके खाने की आदतों और सेहत के बारे में बहुत कुछ बताता है। कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के लक्षण हमें दिखाई नहीं देते लेकिन पेशाब के रंग से आप इसकी पहचान कर सकते हैं। जैसा की आप जानते होंगे कि जब तक पेशाब का रंग पीला रहता है, तब तक आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन जब यह गुलाबी या गहरा पीला दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। पेशाब के कई रंग हो सकते हैं जो विभिन्न बीमारियों के बारे में संकेत देते हैं तो चलिए जानते हैं पेशाब के रंग से संबंधित बीमारियों के बारे में
यूरिन इंफेक्शन होने पर दिखाई देते हैं ये संकेत, भूलकर भी न करें इग्नोर:
लाल पेशाब पेशाब का रंग यदि लाल है तो ये कई गंभीर समस्याओं की ओर इशारा करता है। लाल पेशाब के कई कारण हो सकते हैं, जैसे- खाने में यदि चुकंदर का प्रयोग कर रहे हैं तो पेशाब लाल हो सकती है। वहीं कई बार दवाइयों के कारण भी ये समस्या उत्पन्न हो सकती है। कई मामलों में पेशाब में खून आने से भी यूरिन का कलर बदल सकता है। ये समस्या किडनी की बीमारी या संक्रमण के कारण बढ़ सकती है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
गहरी पीली पेशाब पेशाब का रंग यदि गहरा पीला है तो मान लीजिए कि आपके शरीर में पानी की कमी हो गई है। इसका मतलब है कि आपके शरीर को पर्याप्त पानी की आवश्यकता है। पेशाब का रंग सामान्य करने के लिए जरूरी है कि आप दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं। जो लोग पानी अधिक मात्रा में नहीं ले सकते वे दूध, नींबू, पानी और नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं। ये शरीर की एनर्जी लेवल को भी बढ़ाने में मदद करेंगे। पर्याप्त पानी पीने से पेशाब का रंग साफ हो जाएगा।
गुलाबी पेशाब ऌगुलाबी या नारंगी रंग की पेशाब कुछ खाद्य पदार्थों जैसे- चुकंदर और अनार की वजह से हो सकता है। इसके अलावा रिफैम्पिसिन और पाइरीडियम जैसी दवाइयां भी इस समस्या को बढ़ा सकती हैं। गुलाबी रंग का पेशाब कैंसर का संकेत भी देती है, इसलिए इसे नजरअंदाज न करें।
भूरी रंग की पेशाब पेशाब का रंग यदि भूरा है तो ये लिवर या गालब्लेडर में इंफेक्शन की वजह से हो सकता है। कई बार पित्त की नली में ब्लॉकेज के कारण भी ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इंफेक्शन के कारण यूरिन पास करने में दर्द और जलन भी महसूस हो सकती है। ये समस्या गंभीर हो सकती है जिसे भूल कर भी नजरअंदाज न करें।
हरी और नीली रंग की पेशाब हरा और नीले रंग की पेशाब बहुत कम होती है। कई बार सर्जरी के बाद इस प्रकार की पेशाब आ सकती है। अंग्रेजी दवाओं के अधिक सेवन, कलर्ड फूड्स का अधिक सेवन इस कलर की यूरिन का कारण हो सकते हैं। हरी या नीले रंग की पेशाब होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
हल्की पीली रंग की पेशाब लाइट येलो कलर इस बात का संकेत देता है कि आप एक दिन में जितना पानी पी रहे हैं, उसकी मात्रा आपके शरीर के लिए पर्याप्त नहीं है। इसलिए आप प्रतिदिन पानी की मात्रा में बढ़ोतरी करें। कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। इसके अलावा किडनी की समस्या और डायबिटीज के कारण भी यूरिन का कलर लाइट पीली हो सकता है। मधुमेह के शुरुआती लक्षणों में यूरिन का कलर बदल जाता है। इसके अलावा झागदार यूरिन भी हो सकती है जिसका सही उपचार कराना आवश्यक है।
पेशाब का रंग देता है संकेत पेशाब का रंग जब लाल दिखाई दे तो डॉक्टर के पास अवश्य जाना चाहिए। अक्सर ये पेशाब में खून आने का संकेत होता है। अन्य कारणों में दवाएं, पथरी, यूटीआई शामिल है। पेशाब की समस्या धीरे-धीरे गंभीर हो जाती इसलिए इसे नजरअंदाज करने की भूल न करें। पुरुषों में ये प्रोस्टेट कैंसर का संकेत भी हो सकता है। महिलाओं के पेशाब में खून आना सामान्य नहीं है ये सर्वाइकल कैंसर का संकेत हो सकता है। इसलिए समस्या को बढ़ने से पहले सही इलाज कराना बेहतर होगा।
स्वस्थ रहने के लिए टिप्स हाइड्रेटेड रहें: शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पानी और लिक्विड पदार्थ जरूरत के अनुसार पिएं। बहुत गहरे रंग की यूरिन का मतलब है आपको पानी पीने की आवश्यकता है। क्लीयर यूरिन का मतलब है कि आपकी बॉडी हाइड्रेटेड है। यदि आप अधिक नमक का सेवन करते हैं तो भी आपको यूरिन संबंधी समस्या हो सकती है। सेहतमंद खाएं: तला-भुना, मिर्च-मसाला या बाहर का खाना खाने से कई समस्याएं बढ सकती हैं। इसलिए डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें लेकिन बहुत अधिक रंग वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें। ऐसा करने से आपको लाल रंग की यूरिन का सामना नहीं करना पड़ेगा। चीजों को गंभीरता से लें: हर बार लाल कलर की यूरिन का कारण खाद्य पदार्थ नहीं होते। यह ब्लड भी हो सकता है। जब तक रिपोर्ट न आ जाए तब तक प्रिकॉशन लेना आवश्यक है। ऐसी स्थिति में खुद से इलाज न करें किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें।
झागदार पेशाब: झागदार यूरिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि ये अंडरलेइंग किडनी की बीमारी या ब्लैडर प्रॉब्लम का संकेत हो सकता है। अत्यधिक पानी का सेवन करके इस स्थिति को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। लेकिन कारण का पता लगाने के लिए इसकी जांच की जानी चाहिए। फ्लश करने से पहले हमेशा अपनी यूरिन का कलर को देखने की आदत बना लें। ताकि समय रहते समस्याओं को सुलझाया जा सके। पेशाब का रंग लाल दिखाई दे तो डॉक्टर के पास अवश्य जाना चाहिए। अक्सर ये पेशाब में खून आने का संकेत होता है। अन्य कारणों में दवाएं, पथरी, यूटीआई शामिल है। पेशाब की समस्या धीरे-धीरे गंभीर हो जाती इसलिए इसे नजरअंदाज न करें।