जानिए वजन बढ़ाने के लिए कैसे मदद करता है योग?

Update: 2022-08-15 09:33 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।    मोटापे की तरह शरीर का कम वजन होना भी कई शारीरिक परेशानियों की वजह बन सकता है। यदि कोई व्यक्ति कम वजनी है, तो इसका मतलब उसे आवश्यक पोषण नहीं मिल रहा है। पोषण की कमी के कारण शरीर कमजोर होने लगता है और शारीरिक विकास की प्रक्रिया धीमी या फिर रुक जाती है। हालांकि, अंडरवेट होने के पीछे और भी कई वजह हो सकती हैं। आज हम आपको कुछ कारगर योगासन बता रहे हैं, जो आपके कम वजन को बढ़ाने (Yoga for weight gain) का काम करेंगे।

वजन बढ़ाने के लिए कैसे मदद करता है योग?
प्राचीन काल से चली आ रही योग विद्या को आज पूरा विश्व अपना रहा है। योग को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की कुंजी माना गया है। योग शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाता है और आंतरिक रूप से शरीर को शुद्ध करता है। शरीर से जुड़ी किसी भी समस्या का इलाज योग द्वारा संभव है, लेकिन इसके लिए आपको नियमित योगाभ्यास करना होगा और अपने खानपान पर नियंत्रण करना होगा।
योग से सिर्फ मोटापा कम नहीं किया जा सकता है, बल्कि वजन को भी बढ़ाया जा सकता है। यदि आप अंडरवेट का शिकार हैं, तो आप योगासन की सहायता ले सकते हैं। योग की कई ऐसी क्रियाएं हैं, जो जल्द वजन बढ़ाने का कार्य करेंगी।
वजन बढ़ाने के लिए योगासन
योग से न सिर्फ आपका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) बढ़ता है, बल्कि इम्यून सिस्टम, मांसपेशियां और हड्डियों को भी मजबूत होती हैं। तो चलिए जानते हैं योग के बारे में।
1. भुजंगासन
कैसे है फायदेमंद

वजन बढ़ाने के लिए आप भुजंगासन कर सकती हैं। यह आसन सीधा पाचन तंत्र पर काम करता है, जिससे भूख में सुधार होता है। इसके अतिरिक्त, यह आसन करने से मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है और सांस लेने में सुधार होता है।

भुजंगासन करने का तरीका

सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं।पैरों के बीच की दूरी को कम करें और पैरों को सीधा रखें।अब अपनी हथेलियों को कंधे के सीध में लाएं।अब सांस लेते हुए छाती से लेकर नाभि तक शरीर को ऊपर उठाएं।कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहे और धीरे-धीरे सांस लेते व छोड़ते रहें।फिर गहरी सांस छोड़ते हुए प्रारंभिक अवस्था में नीचे आ जाएं।इस तरह से आप एक चक्र पूरा कर लेंगे।शुरुआत में आप इस योगासन को चार से पांच बार कर सकते हैं।नियमित अभ्यास करें और चक्र की संख्या बढ़ाएं।
2. वज्रासन
कैसे है फायदेमंद

यह एक ऐसा आसन है, जिसका अभ्यास भोजन के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। यह आसन सीधा पाचन तंत्र पर काम करता है और मेटाबॉलिजम को नियंत्रित करने का कार्य करता है। इसके अलावा, यह आसन मन भी शांत करता है।
वज्रासन करने का तरीका-

सबसे पहले पैरों को जमीन पर फैलाकर बैठें।दाहिना पैर को घुटने से मोड़ें और दाहिने कूल्हे के नीचे रखें।इसी तरह से बाएं पैर को मोड़ें और अपने बाएं कूल्हे के नीचे रखें।अब नितम्बों को एड़ियों के बीच में लाएं।हाथों को घुटनों पर रखें और रीढ़ की हड्डी सीधी रखें।सांस लेने व छोड़ने की प्रक्रिया जारी रखें और शांत रहने की कोशिश करें।पहली अवस्था में आने के लिए अपने दाहिने पैर को आगे लेकर आए फिर बाएं को।
3. पवनमुक्तासन
कैसे है फायदेमंद

यह आसन पाचन तंत्र पर अच्छी तरह कार्य करता और उसे नियंत्रित करता है। पवनमुक्तासन अतिसक्रिय मेटाबॉलिज्म को शांत करने का कार्य करता है। इसके अलावा, यह आसन शरीर के द्वारा बेहतर तरीके से पोषक तत्वों को अवशोषित (Absorption) करने में सहायता भी करता है।

पवनमुक्तासन करने का तरीका-

इस आसन के लिए सबसे पहले आप पीठ के बल लेट जाएं । इस बात का ध्यान रखें कि आपके हाथ शरीर के साथ सटे रहने चाहिए।अब गहरी सांस लेते हुए दाएं पैर को मोड़ें। अब आप अपने दोनों हाथों से घुटनों को पकड़ें और उन्हें छाती से लगाने की कोशिश करें।अब आपको सांस छोड़ते हुए सिर को उठाना होगा और नाक को घुटने का स्पर्श करना होगा।
इस अवस्था में कुछ सेकंड रहें।अब सांस छोड़ते हुए अपने पैरों और सिर को प्रारंभिक अवस्था में ले आएं।दाएं पैर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह आसन बाएं और फिर दोनों पैरों से एकसाथ करें।इस आसन को आप चार से पांच बार कर सकते हैं।
4. मत्स्यासन
कैसे है फायदेमंद

यह आसन थायरायड ग्रंथि सहित कई प्रणालियों पर काम करता है। थायरायड ग्रंथि वजन कम करने की वजह बन सकती है और यह आसन इस ग्रंथी को नियंत्रित करने का कार्य करता है। इसके अलावा, यह आसन पाचन तंत्र व मेटाबॉलिज्म के साथ-साथ ह्रदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करता है।

मत्स्यासन करने का तरीका

सबसे पहले पद्मासन में बैठ जाएं।अब धीरे-धीरे पीछे झुकना शुरू करें और पीठ के बल लेट जाएं।आपको अपने दाएं हाथ से बाएं पैर और बाएं हाथ से दाएं पैर को पकड़ना होगा।दोनों कोहनियों को जमीन पर टिकाकर रखें और घुटनों को जमीन से सटाएं।अब सांस लेते हुए जितना हो सकता है, सिर को पीछे की ओर ले जाएं।इस अवस्था में सांस धीरे-धीरे लें और धीरे-धीरे छोड़ें।अब आप लंबी सांस लेते हुए प्रारंभिक अवस्था में आएं।इस चक्र को चार से पांच बार करें।
5. सर्वांगासन
कैसे है फायदेमंद

सर्वांगासन रक्त और ऑक्सीजन के संचालन में सुधार करने के लिए प्रभावी योगासन है। रक्त का संचालन शरीर में पोषक तत्वों को बढ़ावा देता है, जिससे शरीर के सभी अंग पोषित होते हैं।

सर्वांगासन करने का तरीका

सबसे पहले आप पीठ के बल लेट जाएं और दोनों हाथों को जांधों के पास रखें।पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाते हुए 90 डिग्री तक ले जाएं।हथेलियों के सहारे नितंब को सहारा दें।शरीर को इस प्रकार सीधा करें कि ठोड़ी आपकी छाती से लगे।कुछ देर इस मुद्रा में रहें फिर धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में आएं।


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