जानिए दिन में कितनी बार करें तुलसी की चाय का सेवन

हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जिसमें आर्टरी वॉल्स के विपरीत ब्लड का प्रेशर बहुत अधिक होता है

Update: 2022-06-16 11:59 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जिसमें आर्टरी वॉल्स के विपरीत ब्लड का प्रेशर बहुत अधिक होता है. अगर ब्लड प्रेशर लगातार 130/100 mmHG से अधिक है तो हाई ब्लड प्रेशर या हाइपर टेंशन होने का खतरा हो सकता हैं. अगर इसको हल्के में छोड़ दिया जाता है तो हाई ब्लड प्रेशर दिल की बीमारी और यहां तक कि दिल में ब्लड की कमी का कारण बन सकता है. हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को अपने खाने में बदलाव करने की सलाह एक्सपर्ट द्वारा दी जाती है. ज्यादा नमक वाले खाने और रिफाइंड तेल में पकाया गया खाना हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए अच्छा नहीं होता.

कुछ जड़ी-बूटियों का प्रयोग ब्लड प्रेशर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए कर सकते हैं. तुलसी ऐसी ही एक जड़ी-बूटी है. आइए जानते हैं तुलसी की चाय कैसे बना सकते हैं और किस तरह यह ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकती है.
दिन में कितनी बार करें तुलसी की चाय का सेवन?
यह बात बिल्कुल सच है कि तुलसी भारत के लिए सांस्कृतिक रूप और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी है. आयुर्वेद के अनुसार कई साल पहले से ही तुलसी में मौजूद गुणों के कारण अलग-अलग प्रकार की बीमारियों के इलाज में इसका प्रयोग किया जाता रहा है. कई देशों में भी धीरे-धीरे इस जड़ी-बूटी का प्रयोग होता आ रहा है. एक रिसर्च के अनुसार तुलसी की चाय का प्रयोग हाइपरटेंशन को कम करने के लिए किया जा सकता है. आपको बता दें कि डेली 1 से 2 कप तुलसी की चाय के सेवन से हाइपरटेंशन को कम किया सकता है. आइए जानते हैं तुलसी में कौन-कौन से तत्व होते हैं और उनसे क्या फायदे मिल सकते हैं.
तुलसी के फायदे
तुलसी मे पाए जाने वाले एसेंशियल ऑयल रेस्पिरेटरी सिस्टम पर अच्छी तरह से काम करते हैं. जो हमें ठंड और सर्दियों में होने वाली बीमारियों से बचने में मदद करते हैं.
तुलसी मे एंटीबायोटिक, एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो शरीर के स्वास्थ के लिए फायदेमंद है.
तुलसी हमारे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल के स्तर को बनाए रखने में और इसे कम करने में मदद करती है.
तुलसी हाई शुगर लेवल को कंट्रोल करती है, जिससे यह शुगर वाले रोगियों के लिए भी अच्छी मानी जाती है.
तुलसी में पाए जाने वाला वोलेटाइल तेल ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में भी मदद कर सकते हैं.
तुलसी में पाया जाने वाला रासायनिक यूजेनॉल ब्लड वाली नसों को रोकने और ब्लॉक करने वाले पदार्थों को कम करने में मदद कर सकता है. अगर ब्लड वाली नसों में ब्लॉकेज नहीं होगा तो ब्लड अच्छी तरह से सर्कुलेट होगा. इसका प्रयोग स्वास्थ्य को कई अन्य लाभ देने के लिए किया जा सकता है.
घर पर तुलसी की चाय कैसे बनाएं?
घर पर तुलसी की चाय बनाने के लिए एक कप पानी में 3 से 4 तुलसी के पत्तो को डालकर अच्छी तरह से उबाल लें.
इसको कुछ समय तक उबलने दें.
कुछ समय बाद चाय को एक गिलास में छान लें. इसको ऐसे भी पिया जा सकता है. लेकिन ज्यादा स्वाद और अधिक लाभ पाने के लिए इसमें एक चम्मच शहद को मिला सकते हैं.
एक चम्मच नींबू का रस भी चाय मे मिलाया जा सकता है. या फिर चाय बनाते समय इलायची और अदरक भी मिला सकते हैं.
यह चाय स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है. यह चाय केवल हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए ही फायदेमंद नहीं है बल्कि यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी काफी सहायक है. यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी सहायक है.
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