एक्सपर्ट से जानिए क्या हैं हाई ब्लड शुगर या डायबिटीज के लक्षण

दुनियाभर में इस वक्त डायबिटीज एक गंभीर समस्या के तौर पर उभर रही है. लंबे समय तक ब्लड शुगर हाई रहने पर डायबिटीज हो जाती है

Update: 2022-07-08 05:44 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनियाभर में इस वक्त डायबिटीज एक गंभीर समस्या के तौर पर उभर रही है. लंबे समय तक ब्लड शुगर हाई रहने पर डायबिटीज हो जाती है. युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं. अधिकतर लोग हाई ब्लड शुगर के शुरुआती लक्षणों से वाकिफ नहीं होते और वे इसे नजरअंदाज करते रहते हैं. इसकी वजह से स्थिति गंभीर हो जाती है. कई बार निमोनिया, डेंगू समेत बीमारियों की वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, लेकिन अगर आप ऐसी किसी समस्या से नहीं जूझ रहे और ब्लड शुगर लेवल हाई है, तो यह अलार्मिंग सिचुएशन होती है. आज एक्सपर्ट से जानेंगे कि हाई ब्लड शुगर या डाइबिटीज के क्या लक्षण होते हैं.

डायबिटीज के होते हैं ये लक्षण
मेडिसिन एंड डायबिटीज स्पेशलिस्ट डॉ.ललित कौशिक (MD) के मुताबिक लंबे समय तक लोगों का ब्लड शुगर लेवल हाई रहना डायबिटीज का संकेत होता है. लोगों को ऐसा कुछ महसूस होते ही तुरंत स्पेशलिस्ट से संपर्क करना चाहिए. इसके अलावा स्वस्थ लोगों को हर साल ब्लड शुगर लेवल का टेस्ट कराना चाहिए. डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर से जूझ रहे लोगों में कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं. इनमें कुछ इस प्रकार होते हैं-
बार-बार यूरिन आना डायबिटीज का एक लक्षण होता है. जब ब्लड स्ट्रीम में शुगर (ग्लूकोज) बनता है, तो शरीर यूरिन के माध्यम से इसे बाहर निकालने का प्रयास करता है. अगर आप दिन में नॉर्मल से कई बार ज्यादा यूरिन करने जाते हैं, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
थोड़ी-थोड़ी देर पर प्यास लगना भी अच्छा संकेत नहीं होता. यह हाई ब्लड शुगर का लक्षण हो सकता है. दरअसल बार-बार यूरिन की वजह से शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है. ब्लड शुगर टिश्यू से फ्लूड को बाहर कर देता है. इसकी वजह से प्यास बढ़ जाती है.
ब्लड शुगर बढ़ने से शरीर में बनने वाले इंसुलिन का फंक्शन बिगड़ जाता है और शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है. हाई ब्लड शुगर या डायबिटीज वाले लोगों को अक्सर थकान महसूस हो सकती है. हाथ, पैरों और सिर में दर्द होना इसी का कारण हो सकता है.
डायबिटीज की वजह से महिला और पुरुषों में सेक्सुअल प्रॉब्लम भी आ सकती हैं. पुरुषों में नामर्दी जैसी समस्या कई बार देखने को मिलती है. इसके अलावा मेंटल क्लाउडिंग और बेहोशी जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं.
डायबिटीज की वजह से आंखों के लेंस सूज जाते हैं, जिसकी वजह से विजन ब्लर हो जाता है. डायबिटीज के के कारण रेटिना में रक्त वाहिकाओं का रिसाव हो सकता है, जिससे विजन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इसे डायबिटिक रेटिनोपैथी कहते हैं.
डायबिटीज वाले लोगों को ज्यादा भूख लग सकती है और अधिक खाने के बावजूद उनका वजन कम हो सकता है. हालांकि ऐसा टाइप 1 डाइबिटीज में होता है. टाइप 2 डाइबिटीज में लोगों का वजन बढ़ने के मामले देखने को मिलते हैं.
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