जानिए यूरिन के दौरान होने वाली जलन से बचने के आयुर्वेदिक उपाय
यूरिन करते दौरान होने वाली जलन से बचने के आयुर्वेदिक उपाय
कई लोगों को यूरिन करने दौरान जलन महसूस होती है। एक्सपर्ट अनुसार, इस परेशानी से जीवन में कभी ना कभी सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान यूरिन करते समय दर्द, जलन होने लगती है। वहीं यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा सताती है। ऐसे में अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आज हम आपको इसके होने के कारण व बचने के कुछ आयुर्वेदिक उपाय बताते हैं...
यूरिन करते समय जलन होने के कारण
. कम पानी पीने से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या होने के कारण
. गर्म तासीर वाली चीजों का अधिक सेवन
. ज्यादा दवाओं का सेवन करना
. मूत्रमार्ग में संक्रमण होना
. गुर्दे की पथरी की समस्या में भी यूरिन करने दौरान जलन हो सकती है।
यूरिन करते दौरान होने वाली जलन से बचने के आयुर्वेदिक उपाय
ठंडी तासीर वाली चीजों खाएं
सबसे पहले तासीर वाली चीजों को खाने से बचें। इसकी जगह पर ठंडी तासीर वाली चीजें खाएं। इससे आपको यूरिन दौरान जलन होने की समस्या से राहत मिलेगी।
अधिक मात्रा में पानी पीएं
ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें। इससे आपको यूरिन खुलकर आएगा। जलन शांत होने के साथ शरीर में ठंडक महसूस होगी।
खस का शरबत
आयुर्वेद अनुसार, खस का शरबत भी पेशाब में जलन की समस्या को शांत करने में कारगर माना गया है। इसकी तासीर ठंडी होने से ये पित्त दोष शांत करने में मदद करता है। इससे यूरिन खुलकर आने के साथ, दर्द, जलन से भी आराम मिलता है। आप गर्मियों में खस का शरबत पी सकते हैं।
. धनिया पानी पीएं
आप जलन शांत करने व ठंडक का एहसास पाने के लिए धनिया का पानी पी सकती हैं। आयुर्वेद अनुसार, धनिया के बीज मूत्रपथ के संक्रमण के इलाज में कारगर माने जाते हैं। ये किडनी की अच्छे से सफाई करके शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को यूरिन के जरिए बाहर निकालने में मदद करते हैं। ऐसे में इससे यूरिनरी सिस्टम की अच्छी तरह सफाई हो जाती है।
चंदन का शरबत
यूरिन दौरान जलन, दर्द को शांत करने व ठंडक का एहसास करने के लिए आप चंदन का शरबत भी पी सकते हैं। यह पेट की जलन शांत शांत करने के साथ शरीर में जमा विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है। आप लाल चंदन या सफेद चंदन का शरबत घर पर ही आसाीन से बना सकते हैं।
गिलोय
गिलोय एक आयुर्वेदि जड़ी-बूटी है, जिसका दवाइयां बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके सेवन से पेट की जलन शांत होने के साथ यूरिन करते दौरान जलन, दर्द होने से भी राहत मिलती है। इसक अलावा गिलोय का सेवन करने से इम्यूनिटी तेजी से बूस्ट होती है। मगर प्रेगनेंसी दौरान यूरिन में जलन होने पर गिलोय का काढ़ा पीने से बचना चाहिए।