जानिए निमोनिया के लक्षण के बारे में
होम्योपैथी दवा से मरीज स्वस्थ हो सकता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। खांसी श्वास के जरिए फेफड़ों में पहुंचकर संक्रमण करते हैं। फेफड़ों में मवाद भरता है। सूजन आने से ज्यादा खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ होती है। निमोनिया के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। होम्योपैथी दवा से मरीज स्वस्थ हो सकता है।
लक्षण के आधार पर इलाज : यदि फेफड़े के ऊपरी हिस्से में संक्रमण है और छाती में भारीपन व जलन हो रही है तो सल्फर दवा दी जाती है। यदि मरीज को खांसी में खून और बलगम आ रहा है और बाएं करवट लेटने में परेशानी हो रही है तो फॉस्फोरस दी जाती है।
घुटन महसूस होना : सांस लेने में घुटन, शाम के समय ज्यादा खांसी, और खांसी में खड़-खड़ की आवाज आए तो अंटिम टार्ट दवा देते हैं।
ध्यान दें : होम्योपैथी इलाज में बीमारी की गंभीरता के आधार पर दवा की खुराक व अवधि तय की जाती हैं। कोई दवा बिना चिकित्सक की सलाह के प्रयोग न करें।