मेहंदी लगाते समय इन 3 बातों का रखें ख्याल, रंग गहरा

कई लोगों को ये शिकायत रहती है कि मेहंदी गहरी नहीं चढ़ती या गहरा रंग चढ़ भी जाए तो मेहंदी जल्दी उतर जाती है

Update: 2021-10-23 08:22 GMT

मेहंदी को सुहाग की निशानी माना जाता है. इसे सोलह श्रंगार में से एक माना जाता है. चूंकि करवाचौथ का व्रत सुहाग की सलामती के लिए रखा जाता है, ऐसे में हाथों में हाथों में मेहंदी के बगैर श्रंगार अधूरा लगता है. मेहंदी को लेकर कहा जाता है कि मेहंदी का रंग जितना चढ़ता है, पति का प्यार पत्नी के लिए उतना ही बढ़ता है.

लेकिन कुछ लोगों को शिकायत होती है कि उनके हाथों में मेहंदी का रंग गहरा नहीं होता. अगर बाजार की मेहंदी लगवाई जाए तो केमिकल से ​रंग तो डार्क हो जाता है, लेकिन मेहंदी जल्दी ही उतर जाती है. ऐसे में क्या किया जाए कि मेहंदी का रंग भी अच्छा चढ़े और मेहंदी जल्दी भी न उतरे, आइए जानते हैं इसके बारे में.
घर पर तैयार करें मेहंदी
अगर आप चाहती हैं कि मेहंदी हाथों पर गहरे रंग की चढ़े और जल्दी न उतरे तो इसके लिए आपको इसकी कोन को घर में तैयार करना चाहिए. बाजार की मेहंदी केमिकल से चढ़ती है, इसलिए ही जल्दी उतर जाती है. लेकिन घर की मेहंदी नेचुरल तरह से रंग लेकर आती है. कोन तैयार करने के लिए मेहंदी पाउडर को बिल्कुल बारीक कपड़े से छान लें. एक पैन में पानी गर्म करें और आधा चम्मच कत्था, आधा चम्मच कॉफी पाउडर, एक चम्मच चायपत्ती और आधा चुकंदर कद्दूकस से घिसकर डालें. डालकर अच्छे से उबालें. इस पानी को ठंडा होने दें. इसके बाद इस पानी से मेहंदी को घोलें. पानी को धीरे—धीरे डालते हुए मेहंदी को अच्छे से ऐसे मिलाए कि एक भी गांठ शेष न रहे. मेहंदी को लसीला बनाने के लिए दो-चार भिंडी को भी पानी के साथ उबाल सकते हैं. मेहंदी को कम से कम दो से तीन घंटे तक भीगने दें.
अब तैयार करें कोन
कोन बनाने के लिए मोटी सी पॉलिथिन का इस्तेमाल करें. नमक की पॉलिथिन या मोटी ट्रांसपैरेंट पॉलिथिन ले सकती हैं. कोन बनाकर सुई से छेद करें. अब इसमें मेंहंदी भर लें. इसके बाद पसंदीदा मेहंदी की डिजाइन चुनें. इसके बाद हाथों को अच्छे से धोकर मेहंदी लगवाना शुरू करें. जब मेहंदी की डिजाइन सूखने लगे तो नींबू-चीनी का घोल इस पर लगाएं. ताकि मेहंदी सूखकर गिरे नहीं. वहीं चिपकी रहे. कम से कम 8 से 9 घंटे तक मेहंदी को लगाकर रखें. मेहंदी सूखने के बाद इसे किसी बिना धार वाले चाकू से की मदद से या दोनों हाथों को रगड़ कर उतारें.
उतारने के बाद लौंग का धुआं लें
उतारने के बाद एक तवे पर कुछ लौंग डालकर गर्म करें और इसका धुआं हाथों पर लें क्योंकि मेहंदी गर्माहट से अच्छी रचती है. लौंग की तासीर गर्म होती है, ऐसे में लौंग के धुएं से अच्छा असर होता है. लौंग का धुआं लेने के बाद सरसों का तेल या नीलगिरी का तेल हाथों पर लगाएं. ध्यान रहे कि तेल लगाने के बाद कम से कम दो से तीन घंटे तक हाथ को पानी में न डालें.
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