हीमोग्लोबिन बढ़ाने के साथ साथ कई और फायदे है जामुन
ब्लैकबेरी यानी कि जामुन पौष्टिक गुणों का खजाना है. इसे ब्लैक प्लम या जावा के नाम से भी जाना जाता है.
ब्लैकबेरी यानी कि जामुन पौष्टिक गुणों का खजाना है. इसे ब्लैक प्लम या जावा के नाम से भी जाना जाता है. जामुन एक मौसमी फल है इसलिए जून से अगस्त तक के महीने में यह भारत में काफी मात्रा में मिल सकता है. जामुन में बहुत से पौष्टिक तत्व जैसे कि कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, विटामिन सी और सभी तरह के विटामिन बी -थायमिन, राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड नियासिन और बी 6 मौजूद होते हैं. वैसे तो इस दरमियान बहुत से फल आते हैं, लेकिन अगर सेहत के लिहाज से देखा जाए तो जामुन को सेहत का खजाना भी माना जाता है. इन दिनों में जामुन का सेवन बहुत सी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है. आइए जानते हैं जामुन से मिलने वाले फायदे.
फायदे
–रिसर्च गेट के अनुसार जामुन का सेवन शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाता है जिससे एनीमिया की समस्या कम हो सकती है.
-इसमें मौजूद कैल्शियम, फॉस्फोरस व आयरन बोन्स की हेल्थ ठीक रखते हैं. इन तीनों तत्वों की मौजूदगी से दांत मसूड़े स्वस्थ रहते हैं और ओस्टियोपोरोसिस की रोकथाम भी हो सकती हैं.
-एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर जामुन इम्यूनिटी स्ट्रांग करता है और डाइजेशन व पेट संबंधी परेशानियों को दूर करने में सहायक है.
-जामुन फाइबर से भरपूर होने के कारण, इसके सेवन से पेट काफी देर तक भरा रहता है और वजन कम हो सकता है.
-जामुन को वायुनाशक, एंटीस्कोरब्यूटिक और मूत्रवर्धक भी माना जाता है.
-इसकी एंटी-एजिंग प्रॉपर्टी की वजह से यह क्लियर पिंपल्स को कम करने में भी सहायक है.
-हम उनका सेवन डायबिटीज में बेहतरीन औषधि का काम करता है क्योंकि इसकी हाइपोग्लाइसेमिक प्रॉपर्टीज ब्लड ग्लूकोस लेवल को कम करती हैं.
-जामुन के सेवन से हृदय लोगों का रेस्क्यू भी कम हो सकता है इसकी एंटीकार्सिनोजेनिक प्रॉपर्टीज कार्सिनोजेनेसिस को रोकती हैं.
-दिखने में छोटा सा यह फल एक बेहतरीन औषधि है