प्रोटीन से भरा कटहल, वेगन मीट के रूप में करें इस्तेमाल

Update: 2023-06-13 12:23 GMT
आयुर्वेद में कटहल को एक इंस्टेंट एनर्जी-बूस्टर माना जाता है, और इसमें कई ऐसे विटामिन और खनिज पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं. यह प्रोटीन का भी बहुत अच्छा स्रोत है. कटहल को वेगन मीट भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी सब्ज़ी बहुत हद तक मीट को रिप्लेस करती है. सिर्फ़ सब्ज़ी बनाने में ही नहीं, बल्कि इसका इस्तेमाल अचार, पकौड़े और कोफ्ता बनाने के लिए भी किया जाता है. पका हुआ कटहल भी काफ़ी पसंद किया जाता है. दुनिया के सबसे बड़े फलों में शामिल कटहल में विटामिन ए, विटामिन सी, थायमिन, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन और ज़िंक प्रचुर मात्रा में होता है.
शाकाहारी विकल्प
पौष्टिकता से भरे कटहल को पश्चिमी देशों में मौजूदा समय में पशु मांस की जगह शाकाहारी विकल्प के रूप इस्तेमाल किया जा रहा है. पोषण से भरपूर इस फल को पिज़्ज़ा, बर्गर, पास्ता जैसे व्यंजनों में चिकन, टर्की, बीफ़ और अन्य मीट की जगह इस्तेमाल किया जा रहा है. हालांकि इसकी उत्पत्ति केरल व कर्नाटक से मानी जाती है, लेकिन यह उत्तर भारत सहित महाराष्ट्र, गोवा में भी पाया जाता है. यही कारण है कि इन राज्यों में इसके उपयोग से कई तरह के पारंपरिक व्यंजन तैयार किए जाते हैं. कटहल की सब्ज़ी और चावल के साथ मिलाकर इसे बनाने का अधिक प्रचलन है.
दुनियाभर में हासिल है लोकप्रियता
कटहल को दुनियाभर में लोकप्रियता मिल चुकी है, क्योंकि इसकी तासिर गर्म होती है और सर्द देशों में इसका भरपूर इस्तेमाल किया जाने लगा है. केरल से इसका अधिक निर्यात होता है और पिछले कुछ सालों में निर्यात में हुई वृद्धि को देखते हुए यह अंदाज़ा लगाना मुश्क़िल नहीं है कि इसके मांग में बढ़ोतरी हुई है .
क्यों है यह शाकाहारी सुपरफ़ूड ?
अमेरिका के कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, कटहल पोषक तत्वों से भरा होता है. इसमें भरपूर मात्रा में कैलोरी होती है. यानी 100 ग्राम कटहल में लगभग 95 ग्राम कैलोरी होती है, लेकिन इसमें केवल कैलोरी ही नहीं होती, बल्कि 1.5 ग्राम फ़ाइबर और 1.72 ग्राम प्रोटीन की भी मात्रा होती है. इसमें 13.8 मिलीग्राम विटामिन सी, साथ ही 24 मिलीग्राम कैल्शियम और 29 मिलीग्राम मैग्नीशियम भी होता है.
कटहल के फ़ायदे
1. इसमें पाया जानेवाला पोटैशियम दिल की बीमारियों से सुरक्षित रखता है, जो हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद है.
2. कटहल में भरपूर मात्रा में मौजूद आयरन, एनीमिया जैसी बीमारी से बचाव करता है.
3. कच्चे कटहल को पानी में उबालकर उसका पानी पीने से अस्थमा की समस्या में भी फ़ायदा मिल सकता है.
4. इसमें पाए जाने वाले कई खनिज, हार्मोन्स को भी नियंत्रित करते हैं.
5. कटहल में मैग्नीशियम भी पर्याप्त मात्रा होने के कारण हड्डियां भी स्वस्थ और मज़बूत रहती हैं.
6. विटामिन सी की वजह से रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी बनी रहती है.
7. फ़ाइबर्स से भरपूर होने की वजह से यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है.
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