लाइफस्टाइल: डिजिटल इंडिया के दौर में घर के गमलों को ऐसे बनाएं स्मार्ट सिर्फ़ गांव देहात ही नहीं हमारे शहरी जीवन में भी इन पौधों की बहुत ज़्यादा अहमियत है। कुछ लोग वर्तमान में पेड़-पौधों की अहमियत को कोई नहीं इंकार कर सकता है। यह पौधे एक तरफ़ जहां हमारे घर और आसपास के वातावरण को शुद्ध बनाते हैं, दूसरी तरफ़ यह हमारे मन को भी सकून देते हैं। जिस जगह पर भी पेड़ पौधा होता है वहाँ का माहौल बहुत ही सकारात्मक रहता है। यही वजह है कि सिर्फ़ गांव देहात ही नहीं हमारे शहरी जीवन में भी इन पौधों की बहुत ज़्यादा अहमियत है। कुछ लोग इन पौधों को शौक़ से लगाते हैं तो कुछ लोग इनके औषधीय गुणों की वजह से, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इन पौधों को सजवत के लिए लगाना पसंद करते हैं। घरों की शोभा बढ़ाने में इन पौधों का बहुत ही ज़्यादा भूमिका है। ऐसे में पौधों के साथ साथ आप अपने घर के गमलों को भी स्मार्ट बना सकते हैं।
जिनको पेड़ पौधों से लगाव होता है वे लोग काफी महंगे पौधे घर में लगाते हैं। लेकिन अपनी व्यस्तता की वजह से इन पौधा का ध्यान नहीं रख पाते हैं और पौधा ख़राब हो जाता है। ऐसे में यदि आपका गमला स्मार्ट है तो वाह ख़ुद ही इन पौधों का ख़्याल रख लेगा और आपको ज़्यादा ध्यान भी नहीं देना पड़ेगा। यदि आप भी अपने घर में लगे पौधों का रोज ध्यान नहीं रख पा रहे तो इस तरह का स्मार्ट गार्डन सेटअप कर सकते हैं। आइए, जानते हैं कि इस दिशा में हम क्या क्या और कैसे कर सकते हैं।
पौधों के खरब होने अथवा मरने की सबसे बड़ी वजह पानी की कमी होती है। क्योंकि शहरों में ज़्यादातर पौधे गमले में लगाए जाते हैं। इसलिए इनका पानी जल्दी सूखता है। यह गर्मी का मौसम है और यदि ऐसे में आप हर दूसरे दिन पौधे को पानी नहीं डालेंगे तो वह सूख जायेंगे। इससे अपने पौधों को बचाने के लिए आप एक ऑटोमेटिक ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगा सकते हैं। यह सीधे आपके अपने घर के टैंक से जुड़ जाता है। यह सिस्टम एक साथ पौधों को पानी देने की बजाय बूंद बूंद कर के पानी देता है। ऐसे में यदि आप सप्ताह भर के लिए भी आप घर से भरा है तो भी आपके पौधे को पानी मिलता रहेगा।
स्प्रिंकलर का करें इस्तेमाल गर्मी के दिनों में यह तापमान कई बार इतना ज़्यादा बढ़ जाता है कि धूप में रखे जाने वाले पौधे भी जलने लगते हैं। यह धूप में रखे जाने वाले पौधे हैं इसलिए इनको घर के अंदर तो हम रख नहीं सकते लेकिन हम स्प्रिंकलर का इस्तेमाल ज़रूर कर सकते हैं। यह भी सीधे आपके टैंक से जुड़ जाता है। इस में आप एक टाइमर लगा दें, यह कुछ कुछ समय पर स्प्रिंकलर को ऑन कर देगा। जिससे की पौधों पर पानी की फुहार पड़ जाएगी और उनका तापमान कम हो जाएगा। यदि आप पॉलीहाउस में गार्डनिंग करते हैं, वहां तो टेंपरेचर चेक करने वाला सिस्टम लगा होता है। तापमान बढ़ते ही यह अपने आप चालू हो जाता है।
वॉटर और पीएच टेस्टिंग मीटर वॉटर और पीएच टेस्टिंग मीटर गार्ड्निंग जैसी चीज़ के लिए बहुत ही ज़्यादा सहायक है। यदि आप इसे इंस्टाल करते हैं तो आपको ये पता चल सकेगा कि गमले में पानी डालने की जरूरत है या नहीं है। कुछ लोग सोचते हैं कि ज़्यादा से ज़्यादा पानी डाल दें लेकिन पौधों में ज्यादा पानी देने से भी उन्हें नुकसान होता है। मिट्टी के पीएच की जाँच बहुत ज़रूरी होती है यदि पीएच सही नहीं है तो पौधा अच्छे से ग्रो नहीं करेगा। कई बार तो पौधे मर अथवा सूख भी जाते हैं।