पीठ और कमर दर्द की समस्या से परेशान हैं तो करें ये योगासन

पीठ और कमर के दर्द के मामले पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़े हुए देखे जा रहे हैं। विशेषकर कोरोना के दौरान वर्क फ्रॉम होम ने इस समस्या को और भी बढ़ा दिया है।

Update: 2022-02-21 07:33 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पीठ और कमर के दर्द के मामले पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़े हुए देखे जा रहे हैं। विशेषकर कोरोना के दौरान वर्क फ्रॉम होम ने इस समस्या को और भी बढ़ा दिया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, कई कारण हैं जिसके चलते पीठ या कमर के दर्द की समस्या बढ़ सकती है, इसमें शारीरिक निष्क्रियता और बैठने का गलत तरीका सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस तरह की दिक्कतों को दूर करने के लिए नियमित रूप से योग का अभ्यास करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। योग आसनों के अभ्यास से मांसपेशियों पर पड़ रहा अतिरिक्त दबाव कम होता है जिससे दर्द से राहत मिल सकती है।

योग विशेषज्ञों के मुताबिक कई योगासन पीठ या कमर के दर्द से राहत दिलाने में आपकी मदद कर सकते हैं। नियमित रूप से योगासनों की आदत डालने से दर्द के साथ कई अन्य तरह के लाभ हो सकते हैं। आइए आगे की स्लाइडों में जानते हैं कि पीठ और कमर के दर्द की समस्याओं से परेशान लोगों को किन योगाभ्यासों से लाभ मिल सकता है?
बालासन योग का अभ्यास
पीठ दर्द की समस्या काफी असहज कर सकती है, इतना ही नहीं यह सामान्य जीवन की गतिविधियों को भी प्रभावित कर सकती है। ऐसे लोगों के लिए बालासन या चाइल्ड पोज योग का अभ्यास करना विशेष लाभदायक हो सकता है। चाइल्ड पोज, शरीर के स्ट्रेचिंग को बढ़ावा देता है। कमर की मांसपेशियों में रक्त के संचार को बढ़ाने और नसों को आराम देने में इस योग का अभ्यास करना विशेष लाभकारी माना जाता है।
अधोमुख शवासन योग
अधोमुख शवासन योग को कमर के दर्द से राहत देने में काफी कारगर माना जाता है। यह आपके कंधों, पीठ, हैमस्ट्रिंग से भी तनाव को कम करके मांसपेशियों को आराम दिलाने में लाभदायक हो सकता है। अधोमुख शवासन योग शरीर में रक्त के संचार को भी बढ़ाता है, विशेषरूप से मस्तिष्क में रक्त परिसंचरण को तेज करने में इस योग का अभ्यास काफी लाभ दे सकता है।
सेतुबंधासन योग
सेतुबंधासन या ब्रिज पोज योग कमर की मांसपेशियों को आराम दिलाने का सबसे बेहतर योगाभ्यास हो सकता है। गलत मुद्रा में देर तक बैठे रहने से पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या होना स्वाभाविक है। ब्रिज पोज का अभ्यास इससे आसानी से राहत दिला सकता है। जांघ, कूल्हों और हैमस्ट्रिंग को स्वस्थ बनाए रखने में भी इस योग का अभ्यास करना काफी असरकारक माना जाता है।
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